Beawar : लक्ष्य योजना के तहत राज्य सरकार के चिकित्सा विभाग की ओर से प्रदेश में मातृ-शिशु मौत को कम करने के भरसक प्रयास कर रही है. इसके लिए विभाग की और से समय-समय पर प्रदेशभर के सरकारी चिकित्सालयों में राज्यस्तरीय टीम के माध्यम से रिव्यू किया जाता है. उक्त रिव्यू को लेकर एक राज्यस्तरीय टीम मंगलवार को ब्यावर राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में पहुंच रही है. टीम के ब्यावर आने से पूर्व एकेएच के गायनिक चिकित्सकों तथा कर्मचारियों की और से की गई तैयारियों तथा व्यवस्थाओं के जायजे के लिए चिकित्सा विभाग अजमेर के संयुक्त निदेशक इंद्रजीतसिंह राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय पहुंचे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आंकड़ों पर हुई चर्चा


यहां पर डा. सिंह ने गायनिक विभाग के चिकित्सकों व कर्मचारियों के साथ एक बैठक लेकर मातृ-शिशु मृत्यु दर के आंकडों पर बातचीत करते हुए इस दर को कम करने के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर चर्चा की. बैठक के दौरान मातृ-शिशु मौत के आंकडों को सहजने, भर्ती होने के सिस्टम, मृत्यु के कारणों आदि को पंजीबद्ध करने आदि कार्यो पर भी चर्चा की. 



संयुक्त निदेशक डा. इद्रजीतसिंह ने बताया कि मंगलवार को आने वाली टीम को लेकर एकेएच में की गई तैयारियों की चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में मातृ-शिुशु मृत्यु दर को कम करने के लिए चिकित्सा विभाग की और से अइभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत प्रदेशभर के अस्पतालों में कार्यरत गायनिक चिकित्सकों से उनकी और से इस दिशा में किए जाने वाले प्रयासों को शामिल किया जा रहा है.मीटिंग के दौरान पीएमओ डॉ. एसएस चौहान, सीएमएचओ डॉ. एसपी मीणा, गायनिक विंग प्रभारी डॉ. विधा सक्सेना, डॉ. आशा देवडा, डॉ. सुरेंद्र विसू, डॉ. पीएम बोहरा, डॉ. एमएस चांदावत, लेबर रूम और लेबर ओटी का स्टॉफ मौजूद रहे.


Reporter- Dilip Chouhan


यह भी पढ़ें...


किस उम्र तक पिता बन सकते हैं पुरुष...?