Beawar : राज्य सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार को शहर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में 'चुप्पी तोड़ो-खुलकर बोलो' कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को जरिए पांच दिवसीय शिविर शुरू हुआ. लेकिन इस शिविर पर पहले ही दिन शिक्षकों की नाराजगी की भेंट चढ़ गया.


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शिविर शुरू होने से पहले ही, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने स्कूलों के शिक्षकों को जवाजा तथा यहां से दूर में स्थित स्कूलों के शिक्षकों को ब्यावर में बुलाने का आरोप लगाया.   शिक्षकों ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद जोशी का घेराव कर शिविर का बहिष्कार कर दिया. इस दौरान संघ पदाधिकारी तथा सदस्य सीबीईओ जोशी पर मनमर्जी करने का आरोप लगाया. उन्हें खरी-खोटी सुनाई. 


इस दौरान शिक्षक संघ पदाधिकारी अपनी मांग को लेकर उनसे मुलाकात की. मुलाकात के दौरान शिक्षकगण आक्रोशित हो गए और सीबीईओ जोशी से शिविर की व्यवस्थाओं में बदलाव करने तथा शिविरों का समय कम करने की मांग की.  हालांकि, इस दौरान सीबीईओ जोशी ने शिक्षकों को समझाने का प्रयास  भी किया. 


बता दें कि. इस पूरे जवाजा ब्लॉक में कुल चार ही कैंप स्वीकृत किए गए है. जिसमें दो ब्यावर में एक जवाजा तथा एक तारागढ़ में आयोजित किया जा रहा है. ऐसी स्थित में क्षेत्र की भौगोलिक स्थित के आधार पर शिक्षकों को शिविर आवंटित किए गए है. चूंकि ब्यावर में आयोजित दो शिविरों में कुल 111 प्रतिभागियों को बुलाया गया है. अत: बचे हुए शिक्षकों को जवाजा तथा टाटगढ़ क्षेत्र के शिक्षकों को तारागढ़ शिविर में समायोजित किया गया है.


इस संदर्भ में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिलाध्यक्ष धन्ना सिंह रावत ने बताया कि, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के अडिय़ल रवैये से शिक्षक परेशान हैं. रावत के अनुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जालिया प्रथम, नरबद खेड़ा तथा दुर्गावास ब्यावर नजदीक होने के बाद भी शिक्षकों को जवाजा में और देवखेड़ा, सुरडिया व शाहपुरा जवाजा के नजदीक होने के बाद भी उन्हें ब्यावर में प्रशिक्षण के आदेश दिए हैं. जो कि सरासर गलत है. ऐसी स्थिति में शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पडेगा.


Reporter: Dilip Chouhan


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