ब्यावर:अजमेर के ब्यावर के जवाजा में शिक्षक मजबूरी में बच्चों को खुले मैदान में पढ़ा रहे हैं. चार बार लिखित में विभाग को प्रस्ताव बनाकर भेजा है पर कोई काम शुरू नहीं हुआ है. अब बच्चे डर के साए में पढ़ने को मजबूर हैं. जगह-जगह से खिड़कियां टूट रही है,पट्यिा टूट चुकी है, प्लास्टर गिर रहा हैं. एसी मोर्चा अध्यक्ष प्रकाश सुयल ने इस बाबत राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत भी दर्ज कराई है. शिक्षा विभाग व जिला कलेक्टर अंशदीप को भी इस बारे में जानकारी दी है. कहा कि सरकार अच्छा कार्य कर रही है पर सरकारी भवनों की मरमम्मत का काम नहीं करवा रही हैं. 


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बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला देने पर जोर दिया जा रहा है, वहीं सुविधा के अभाव के कारण देश का भविष्य खुले मैदान में पढ़ने को मजबूर हैं, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बाड़िया नंगा में ग्रामीणों ने स्कूल की मरमम्मत नहीं कराने पर शिक्षा विभाग को चेतावनी दी है. अगर एक सप्ताह के भीतर काम शुरू नहीं किया गया तो हम स्कूल की तालाबंदी करेंगे. 


चेतावनी देने वालों में ओमप्रकाश गुर्जर, देवीलाल गुर्जर, विक्रम सिंह भाटी, मंगलसिंह भाटी, धर्मेंद्रसिंह भाटी, पिंटू भाटी व पूनमसिंह भाटी आदि शामिल है. इस सदंर्भ में प्रधानाध्यापक बीना माथुर ने बताया कि हमें बहुत परेशानी हो रही है. स्कूल में केवल एक ही रूम ठीक स्थिति में है. उसमें कक्षा 7 और 8 शामिल बिठाकर पढ़ाते हैं. बाकी चार रूम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हैं, कक्षा 1 से 6 तक बच्चों को खुले मैदान में पढ़ाने को मजबूर हैं.


बरसात के समय जब कार्यालय में बैठते हैं तो परेशानी होती है चारों तरफ पानी टपकता है, स्कूल के कमरे करीब 40 साल पुराने हैं। तब से अब तक कोई सुध नहीं ली गई. ऐसे क्षतिग्रस्त भवन में कभी भी हादसा हो सकता है.


Reporter- Dilip Chouhan


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