Beawar: दौसा जिले के लालसोट कस्बे की महिला चिकित्सक डॉक्टर अर्चना शर्मा द्वारा आत्महत्या प्रकरण को लेकर चिकित्सकों का दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुक्रवार को भी जारी रहा. इस दौरान चिकित्सकों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए मरीजों का उपचार किया.


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हालांकि सुबह 8 से 10 बजे तक किए गए कार्य बहिष्कार के दौरान आवश्यक और इमरजेंसी सेवाएं जारी रहीं. राज्य सरकार के निर्देशानुसार राजकीय अस्पतालों के समय परिवर्तन के चलते सुबह आठ बजते ही शुरू हुई ओपीडी सेवाओं के दौरान चिकित्सकों द्वारा कार्य बहिष्कार करने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.


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दो घंटे के कार्य बहिष्कार के बाद चिकित्सक ड्यूटी पर लौटे तब कहीं जाकर रोगियों का परामर्श और उपचार शुरू किया गया. राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नरेश गोठवाल ने बताया कि चिकित्सक संगठनों के राज्यस्तरीय आव्हान के तहत शुक्रवार को भी दो घंटे का कार्य बहिष्कार जारी रहा. इस दौरान चिकित्सकों ने हाथ की कलाई पर काली पट्टी बांधकर लालसोट की घटना पर विरोध जताते हुए कार्य किया.


इसी प्रकार नीजि चिकित्सालयों पर भी कार्य बंद रहा है. वहां पर भी केवल इमरजेंसी रोगियों को ही देखा गया. डॉक्टर गोठवाल ने बताया कि चिकित्सकों का यह आंदोलन जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तब तक जारी रहेगा.


Report- Dilip Chouhan