Ajmer News: अजमेर सहित प्रदेश की विभिन्न जेलों के प्रहरियों ने अनिश्चित कालीन मैस बहिष्कार की घोषणा करते हुए ड्यूटी करने का ऐलान किया है.प्रदेश की सबसे सुरक्षित हाई सिक्योरिटी जेल में बंद हार्डकोर कैदियों के बीच अपनी ड्यूटी देने वाले जेल प्रहरीयों ने अपनी वेतन विसंगति 32 सहित विभिन्न मांगों को लेकर अन्न त्याग करते हुए मैस का बहिष्कार कर दिया है.


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जेल प्रहरियों का कहना है कि उनकी ड्यूटी आरएसी और पुलिस से भी मुश्किल है और उनके समकक्ष ही उनकी ड्यूटी शुरू की गई थी और उनकी वेतन में भी कोई कमी नहीं थी लेकिन धीरे-धीरे जेल में कार्यरत जेल प्रहरी  और आरएसी व पुलिस के जवानों के बीच वेतन की खाई गहरी होती गई और अब करीब ₹20000 का फर्क दोनों विभागों में है जबकि ड्यूटी दोनों को बराबर ही देनी पड़ रही है.


जेल प्रहरियों का कहना है कि वे हार्डकोर कैदियों के बीच अपनी सेवाएं दे रहे हैं और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं. इन सभी समस्याओं को लेकर वह लगातार सरकार व प्रशासन के सामने अपनी मांगों को रख रहे हैं. साल 2017 में सरकार ने उनकी विभिन्न मांगों को लेकर समझौता भी किया था, उनका कहना है कि उनकी संख्या 1 जिले के पुलिस कर्मियों के बराबर ही प्रदेश भर में है लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें दरकिनार कर नुकसान पहुंचाया जा रहा है. जिसके कारण प्रदेश के सभी जिलों में अपनी ड्यूटी दे रहे जेल प्रहरी खासे नाराज है और इसे लेकर आज प्रदेश के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन करते हुए अन्न का त्याग कर मैस का बहिष्कार किया गया है.


सभी प्रहरीयों ने मांग की है कि इस मामले में जल्द से जल्द सरकार व प्रशासन निर्णय लें, जिससे कि उन्हें राहत मिल सके.आपको बता दें की जेल प्रहरियों ने वर्ष 2017 में हुए समझौते को लागू करने की मांग करते हुए, 30 दिसम्बर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया. जेल प्रहरियों की मांग नहीं मानने पर 13 जनवरी से मैस बहिष्कार की चेतावनी दी थी. जेल प्रहरियों का कहना है कि मांगे नहीं मानने पर वो मैस बहिष्कार के लिए मजबूर हैं.इधर जेल प्रहरियों की मांग के समर्थन में राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ भी आ चुका है.


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