किशनगढ़: देवनारायण की 1111वीं जयंती पर भड़का गुर्जर समाज, पुलिस ने जमकर चलाई लाठियां
भगवान देवनारायण की 1111वी जयंती पर किशनगढ़ में निकाली गई शोभायात्रा में डीजे बजाने को लेकर पुलिस और शोभायात्रा में शामिल लोगों के बीच तनातनी हो गई. डीजे बजाने को लेकर गुर्जर समाज के कुछ युवाओं व प्रशासन के बीच तीखी बहस धक्का मुक्की में बदल गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी बल का प्रयोग भी किया.
Kisangarh News: भगवान देवनारायण की 1111वी जयंती पर गुर्जर समाज द्वारा शनिवार को निकाली गई. इस शोभायात्रा में हजारों समाजबन्धु उमड़ पड़े. इस शोभायात्रा में अचानक हंगामा हो गया. इस हंगामे में पुलिस ने लाठी बल का प्रयोग किया जिसके चलते भगदड़ मच गई. बताया जा रहा है कि डीजे बजाने की बात पर माहौल गरमाया. शहर के टाक पेट्रोल पंप पर डीजे बजाने को लेकर गुर्जर समाज के कुछ युवाओं व प्रशासन के बीच तीखी बहस धक्का मुक्की में बदल गई. जिसके चलते गुर्जर समाज के लोगो व प्रशासन के बीच पहले जमकर तकरार हुई. इसके बाद धक्का मुक्की हुई. इस धक्का मुक्की में प्रशासन द्वारा लाठी भांजी गई. जिसके चलते शोभायात्रा में शामिल भीड़ भड़क गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी बल का प्रयोग जैसे ही किया गुस्साई भीड़ ने हंगामा खड़ा करते हुए डीजे बजाने की जिद पर अड़ गये.
हालात को देखते हुए उपखण्ड अधिकारी परसाराम सैनी सीओ सिटी मनीष शर्मा व सर्किल थानों का जाब्ता को बुला लिया गया और हालात पर नजर बनाए रखा. इस बीच डीजे की गाड़ियों को वापस शोभायात्रा में पहुँची. किशनगढ़ के सावत्सर स्थित गुर्जर छात्रावास से शुरू हुई भगवान देवनारायण की शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्ग से होती हुई देव डूंगरी स्थित भगवान देवनारायण मंदिर पहुंच समापन हुई. शोभयात्रा में भगवान देवनारायण की आकर्षक झाकियां सहित युवाओं का अखाड़ा भी शामिल रहा. शहर के टाक पेट्रोल पंप से लेकर भारी पुलिस बल शोभायात्रा के साथ
चलकर देव डूंगरी स्थित भगवान देवनारायण मंदिर पहुंची.
बता दें कि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में गुर्जर समाज के आराध्य भगवान देवनारायण का 1111वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है. गुर्जर समाज में भगवान देवनारायण की बड़ी मान्यता है. वो न केवल राजस्थान के लोक देवता माने जाते हैं, बल्कि उन्हें भगवान विष्णु का भी अवतार बताया जाता है. ऐसे में देशभर से गुर्जर समुदाय के लोग यहां पहुंच रहे हैं. देवनारायण भगवान की जन्मस्थली भीलवाड़ा के मालासेरी गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए.