मदन सिंह हत्याकांड: अजमेर में 30 बाद बेटे ने लिया पिता की मौत का बदला, हिस्ट्रीशीटर सवाई सिंह को पुष्कर में मारी गोली
Madan Singh murder case: अजमेर के बहुचर्चित मदन सिंह हत्याकांड का बदला लेने के लिए 30 साल बाद उसके बेटे ने मदन सिंह हत्या के आरोपी पूर्व पार्षद और हिस्ट्रीशीटर रहे सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले के बाद शहर में हड़कंप मच गया.
Madan Singh murder case: अजमेर के बहुचर्चित मदन सिंह हत्याकांड का बदला ले लिया है. हत्या के दूसरे आरोपी पूर्व विधायक डॉ जयपाल के घर पर भी पुलिस ने पहरा लगा दिया. फिलहाल पुलिस इस मामले में तफ्तीश में जुटी है. जानकारी के अनुसार पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया है.
जिससे कड़ी पूछताछ की जा रही है वही मामले में अजमेर एसपी ने खुद मोर्चा संभालते हुए तमाम घटनास्थल का जायजा लिया है और इसकी गहनता से जांच की जा रही है इसी बीच पुष्कर में हुई इस हत्याकांड के बाद युवराज फोर्ट रिसोर्ट के बाहर का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें हत्या का आरोपी अपने पिता का बदला लेने की बात कहता नजर आना है.
पुष्कर क्षेत्र के बासेंली गांव में 30 साल पुरानी रंजिश के चलते फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया है. इस फायरिंग में दो लोगों को गोली लगी है, जिसमें से एक की मौत हो गई है. वहीं, एक साथी का जेएलएन अस्पताल में इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार अजमेर पलटन बाजार की रहने वाली सवाई सिंह अपने मित्र दिनेश तिवारी के साथ अपनी बेटे की शादी के कार्ड बांटने पुष्कर बासेली गए थे. इसी दौरान युवराज रिसोर्ट में चाय पीने कुछ देर रुके इसी दौरान 3 लोगों द्वारा ताबड़तोड़ फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया गया.
इसी दौरान एक गोली सवाई सिंह तंवर के सिर में लग गई और एक गोली बीच बचाव कर रहे दिनेश तिवारी की पसलियों में भी लग गई. इसी बीच वहां शोर मचाने के कारण सभी लोग इकठ्ठा हो गए वंही बताया जा रहा है कि बाहर निकलते समय हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले स्वर्गीय मदन सिंह के बेटे सूर्य प्रताप ने रिसोर्ट के गेट कहां मैंने अपने पिता की मौत का बदला ले लिया है.
वहां से फरार होने लगा इसी बीच पुलिस मौके पर पहुंची और इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लेते हुए एक को पकड़ने की बात भी सामने आ रही है. घटना के बाद दोनों घायलों को पुष्कर राजकीय अस्पताल ले जाया गया. जहां उपचार के बाद दोनों को जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया. जहां सवाई सिंह को अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
वहीं, दिनेश तिवारी का इलाज जारी है पुलिस ने मृतक सवाई सिंह के शव को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस दौरान सवाई सिंह के कई समर्थक अस्पताल की मोर्चरी में पहुंच गए.
मामले को बढ़ता देख अजमेर के जेएलएन अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. इस मौके पर पहुंचे एसपी चुनाराम ने बताया कि सवाई सिंह की गोली मारकर हत्या करने की बात सामने आ रही है वह इस मामले में एक और व्यक्ति घायल हुआ है इस मामले में पुलिस तफ्तीश में जुटी है मयूरी घटनाक्रम को लेकर जांच की जा रही है.
बहुचर्चित लहरों की बरखा के पत्रकार मदन सिंह हत्याकांड वर्ष 1993 में हुआ था. सितंबर के महीने में पत्रकार मदन सिंह अपने दफ्तर से जब बाइक में पेट्रोल भरवाने के लिए आ रहे थे उसी दौरान राजा साइकल चौराहे पर उन फायरिंग की गई थी. जान बचाने के लिए मदन सिंह नाले में कूद गए थे. मदन सिंह को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां उसका ऑपरेशन हुआ और उसकी जान बच गई.
अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में मदन सिंह का उपचार किया जा रहा था. इसी दौरान हमलावरों ने उन्हें अस्पताल के वार्ड में घुसकर गोली मार दी गई थी जिसमें उसकी मौत हो गई थी. इस हत्याकांड में पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल, सवाई सिंह समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. लंबे समय तक कोर्ट में मुकदमा चलता रहा. बीते सात वर्ष पहले मदन सिंह हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को बरी कर दिया गया था.
पूर्व पार्षद सवाई सिंह अपने एक साथी के साथ कार्ड बटाने के साथ ही व्यवस्था देखने गए थे , बसेली के एक रिसोर्ट में बेटे की शादी की व्यवस्था देखने के लिए गया था. 16 जनवरी को मृतक सवाई सिंह के बेटे की शादी है. उसकी तैयारी के सिलसिले में ही वह बसेली गया हुआ था.
सवाई सिंह की हत्या के बाद पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल के घर के बाहर भी सुरक्षा को तैनात किया गया है मदनलाल हत्याकांड के दौरान सवाई सिंह पूर्व विधायक राजकुमार जयपाल और अन्य आरोपी भी शामिल थे ऐसे में अन्य आपराधिक वारदात की आशंका को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है.
रिपोर्टर- अशोक सिंह भाटी