Kekari, Ajmer News : राजस्थान में बरसों से चल रही नये ज़िले बनाने की मांग में अब पूर्व मन्त्री और केकड़ी विधायक डॉ रघु शर्मा ने भी सरकार का ध्यान अपनी मांग की तरफ़ दिलाया है. रघु शर्मा ने केकड़ी को ज़िला बनाने की मांग करते हुए कहा कि तार्किक आधार पर केकड़ी ज़िला बनाने की सभी योग्यताएँ और ज़रूरत पूरी करता है लिहाजा मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत जब वित्त और विनियोग विधेयक पर 17 मार्च को विधानसभा में अपना जवाब दें तो केकड़ी को ज़िला बनाने की घोषणा भी करें. पूर्व मन्त्री ने कहा कि वे ब्यावर समेत किसी भी अन्य ज़िला बनाने की मांग के खिलाफ़ कतई नहीं हैं... लेकिन उनकी इतनी मांग ज़रूर रहेगी कि केकड़ी को भी ज़िला बनाया जाए, जिससे सरकार की गुड गवर्नेन्स का काम पूरा और सुचारू हो सके. पूर्व मन्त्री ने कहा कि नये ज़िले बने तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार ज़रूर रिपीट होगी.


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प्रदेश में नए जिले बनाने की मांग हुई तेज
पूर्व मंत्री और केकड़ी विधायक रघु शर्मा की मांग.
केकड़ी को जिला बनाने की रखी मांग.
कहा- 17 मार्च को सीएम सदन में देंगे जवाब.
वित्त व विनियोग विधेयक पर जवाब में करें नये ज़िलों की घोषणा.
केकड़ी को ज़िला बनाया जाए


साल 2023 राजस्थान में विधानसभा चुनाव का साल है. प्रदेश में लम्बे समय से चल रही नये ज़िलों के गठन की मांग ने चुनावी साल में और रफ्तार पकड़ ली है. अब गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री और केकड़ी से विधायक डॉ रघु शर्मा ने भी ज़िला बनाने की मांग उठाई है. रघु शर्मा ने केकड़ी को जिला बनाने की मांग सरकार के सामने रखी है. हालांकि केकड़ी को जिला बनाने की मांग काफी लंबे समय से चल रही है. लेकिन रघु शर्मा अब खुलकर इस मांग के समर्थन में आ गए हैं. भले ही इसे केकड़ी में राजनीतिक ज़मीन मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जाए, लेकिन रघु शर्मा का तर्क है कि गुड गवर्नेन्स और सरकार का मैसेज सही तरीके से पहुंचाने के लिए छोटे ज़िले बेहद ज़रूरी हैं.


अपनी मांग के समर्थन में रघु शर्मा ने छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों के आंक़े भी रखे. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे छोटे से राज्य में 33 ज़िले हैं, जबकि मध्य प्रदेश में 55 ज़िले और उत्तर प्रदेश में 75 ज़िले हैं. पूर्व मन्त्री ने कहा कि राजस्थान क्षेत्रफल के नज़रिये से देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां औसतन 24 लाख की जनसंख्या पर एक ज़िला है, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में 15 लाख की जनसंख्या पर एक ज़िला है. पूर्व मन्त्री ने कहा कि छोटे ज़िले प्रशासनिक नज़रिये से अच्छे हैं तो सरकार का मैसेज पहुंचाने के नज़रिये से भी बेहतर साबित होंगे.


केकड़ी को जिला बनाने की मांग के पीछे विधायक रघु शर्मा ने कई तर्क भी दिए. उनका कहना है कि केकड़ी की अपने चारों और किसी भी जिला मुख्यालय से दूरी तकरीबन 100 किलोमीटर है. साथ ही उन्होंने अपनी मांग के समर्थन में तथ्य भी रखे. रघु शर्मा ने कहा कि चाहे एडीएम दफ्तर की ज़रूरत हो या फिर डीटीओ, एडिशनल एसपी, 400 बैड का अस्पताल, तीन नगरपालिकाएं, तीन एसडीएम मुख्यालय और पीजी कॉलेज समेत कई संसाधन केकड़ी में हैं. इसके साथ ही उन्होंने केकड़ी से मिलने वाली रेवेन्यू का भी ज़िक्र किया.


केकड़ी को क्यों बनाएं ज़िला?
1. समर्थन में केकड़ी विधायक रघु शर्मा के तर्क.
2. केकड़ी में 290 गांव ढ़ाणियां, 3 नगर पालिका.
3. 3 एसडीएम मुख्यालय, 4 तहसील और 2 उप तहसील हैं.
4.4 एडीएम, एडिश्नल एसपी और डीटीओ के दफ्तर.
5. 400 बैड का जिला अस्पताल और पीजी कॉलेज है.
6. 5 नए कॉलेज खोलने की घोषणा भी हो चुकी है.
7. केकड़ी खनन से 70-80 करोड़ रेवेन्यू देता है
केकड़ी जिला बनाने के सभी मापदंडों को पूरा करता है


डॉ रघु शर्मा ने दावा करते हुए कहा कि केकड़ी को नया जिला बनाने की घोषणा होगी तो राजस्थान में फिर से कांग्रेस पार्टी की सरकार रिपीट होगी. उन्होंने कहा कि सरकार अच्छे मार्जिन से बनेगी, क्योंकि लंबे समय से लोग ज़िला बनाने की मांग कर रहे है.


अजमेर जिले से केकड़ी ने नये ज़िलों की दौड़ में प्रभावी तरीके से अपनी बात रखी है. लेकिन सवाल यह है कि अजमेर के ब्यावर कस्बे से भी बरसों पुरानी ज़िला बनाने की मांग उठती रही है. ऐसे में क्या सरकार अजमेर के केकड़ी और ब्यावर दोनों को ज़िला बनाएगी? इस पर रघु शर्मा बोले कि, 'मैं किसी मांग का विरोध नहीं कर रहा हूं, ब्यावर भी अगर जिला बनता है तो मैं उसका समर्थन करूंगा. ' पूर्व मन्त्री ने कहा कि हमारी मांग तो केकड़ी को जिला बनाने की है.