ब्यावर: शहर के टाटगढ़ रोड स्थित आशापुरा माता मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में गोष्ठी को संबोधित करते हुए ब्यावर परियोजना सहप्रमुख पृथ्वीसिंह भोजपुरा ने बताया कि 34वीं बंगाल नेटिव इंफेंट्री का सिपाही नंम्बर 1446 मंगल पाण्डे ने प्रथम भारतीय स्वाधीनता की पहली गोली देश धर्म की रक्षा के लिए चलाई थी. उन्होंने बताया कि मंगल पांडे का जन्म 17 जुलाई 1827 को उत्तर प्रदेश  के बालिया जिले के नगवा ग्राम में धर्मनिष्ठ ब्राह्मण परिवार में हुआ था.


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भोजपुरा ने बताया कि 22 वर्ष की आयु में 1849 में ईस्ट इंडिया कम्ंपनी की बंगाल नेटिव इंफेंट्री में भर्ती हुए पाण्डे नेअंग्रेजों की दासता के विरुद्ध 29 मार्च 1857 रविवार की शांत दोपहर में लेफ्फिटनेंट बीएच बो के सीने में अपनी ब्राउन बीज राइफ़ल की गोली उतार कर 1857 की महान क्रांति का सूत्रपात किया. इसके लिए उन्हें 8 अप्रैल 1857 को बैरकपुर की छावनी में फासी पर चढ़ाया गया. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी ने मंगल पाण्डे के छाया चित्र के समक्ष पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए.


कार्यक्रम में पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति के युवा प्रमुख विक्रान्त सिंह रावत, चौहान सेना प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रतापसिंह राजियावास, रावत कमांडो फोर्स प्रदेश संगठन मंत्री सुनीलसिंह अतितमण्ड, धर्म प्रसार जिला सहप्रमुख महेन्द्र सिसोदिया, अभिमन्यु सिंह कानूजा, कालू सिंह नंगपुरा, चन्द्रवीर सिंह शिवनगरी, सुरेंद्र राठौड़, विक्रम सिंह, कुलदीप सिंह चौहान रावला का बाडिय़ा, अम्बेडकर सेना के मुकेश जोधावत, कपिल बोयत, सुनील फुलवारी, सज्जन सिंह चौहान, प्रदीप सिंह कड़ीवाल, ऋषि सिंह, शेर सिंह, राजेश गुर्जर, टोनी सिंह, गुलाब सिंह तथा वार्डपंच मदन सिंह सहित अन्य उपस्थित थे. 


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Reporter-Dilip Chouhan