अजेमर: राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन को लेकर अजमेर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राजस्थान सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने में असफल साबित हुई है तो वहीं कानून व्यवस्था और गैंगवार की घटनाएं भी लगातार प्रदेश में पांव पसार रही है. इसके साथ ही उन्होंने पीएफआई को लेकर भी बड़ा बयान देते हुए सरकार पर निशाना साधा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अजमेर सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया ने अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह गुर्जर के साथ ही पैनल को शुभकामनाएं भी दी और सभी को संबोधित करते हुए राजनीति में पढ़े लिखे युवाओं को सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया. इस कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सतीश पूनिया ने राजस्थान सरकार पर जमकर तंज कसा.


यह भी पढ़ें: JEE main exam result 2023 : जेईई के टॉपर्स ने बनाया था ये स्टडी प्लान, जानें कैसे कोटा के 6 स्टूडेंट्स ने लाए 100 पर्सेन्टाइल


सरकार नकल पर नकेल कसने में विफल- पूनिया


उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल साबित हुई है. लगातार नकल के मामले सामने आए हैं तो वही स्किल डेवलपमेंट की योजनाओं का भी अभाव देखने को मिला है, जिसके कारण राजस्थान के युवाओं को आत्महत्या तक करनी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में 5000 से अधिक युवाओं ने अब तक बेरोजगारी के चलते अपनी जान देती है यह सरकार की विफलता को उजागर करता है.


प्रदेश में युवा अपराध की ओर बढ़ रहा है गैंगवार और हत्याएं राजस्थान में आम हो चली है महिलाओं व बालिकाओं पर भी लगातार अपराध बढ़ रहा है जिसे रोकने में सरकार तक सक्षम दिखाई दे रही है उन्होंने कहा कि उदयपुर में भी बजरंग दल के नेता की हत्या कर दी गई इसके पीछे कमजोर कानून व्यवस्था जांच में लापरवाही भी दिखाई दे रही है.


गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप


पूनिया ने सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति के चलते मिली संरक्षण के कारण इस तरह की हत्या हुई है. उन्होंने कहा कि पीएफआई लगातार प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था का फायदा उठाते हुए अपने पांव जमा रही थी और इसे लेकर एनआईए और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की जांच भी की जा रही है, जिसमें सामने आया कि अरब से राजस्थान में पीएफआई को फंडिंग दी जा रही है, जिसके कारण कई गतिविधियां संचालित की जा सकती है और यही कारण हो सकता है कि राजस्थान में इस तरह की हत्याएं हो रही है.