Ajmer News: अजमेर जिला परिषद सीईओ हेमंत स्वरूप माथुर के खिलाफ अजमेर जिले के सरपंच और अन्य ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है और इसे लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा गया है जैसे कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जा सके अजमेर सरपंच संघ के साथ ही पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों ने आज जिला कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. 


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इस ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि जब से अजमेर जिला परिषद में हेमंत स्वरूप माथुर ने सीईओ का पद संभाला है तब से ही ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्य अवरुद्ध है और सरकारी योजनाओं का लाभ भी ग्राम वासियों को नहीं मिल पा रहा. साथ ही अगर कोई सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधि इस मामले में बातचीत कर सवाल उठाते हैं तो उनके खिलाफ जांच बैठा कर उनको डराया धमकाया जा रहा है. इन सभी समस्याओं को लेकर आज सरपंच प्रतिनिधियों के साथ ही जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग की है. 


साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द से जल्द इस मामले में अगर उचित कार्रवाई नहीं होती है तो वह आंदोलन का रुख अपनाएंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी वही पूर्व जिला परिषद सदस्य और कांग्रेस नेता शक्ति सिंह राठौड़ ने कहा कि जिला परिषद सीईओ हेमंत स्वरूप माथुर सरकार की छवि को धूमिल करना चाहते हैं और वह खुद ही जनप्रतिनिधि के तौर पर अलग-अलग स्थानों पर मालाएं और साथ में पहन रहे हैं जो कि उनका अधिकार नहीं है. 


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वहीं सरपंचों के अधिकारों का भी यहां पर हनन किया जा रहा है जिसके कारण सभी में रोष व्याप्त है और इसी दोष को प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा गया है अगर जल्द इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो सभी जिला परिषद सीईओ हेमंत स्वरूप माथुर के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े हेमंत स्वरूप माथुर के रवैया के कारण न सिर्फ जनप्रतिनिधि परेशान है बल्कि आम जनता भी खासी नाराज है जिसका खामियाजा जनप्रतिनिधियों को भुगतना पड़ता है.


Reporter- Ashok Bhati