Surya grahan 2022: राजस्थान के खोले के हनुमान समेत देशभर के मंदिरों के कपाट रहे बंद, शहरवासियों ने किया दान-पुण्य
Surya Grahan 2022: शहर में मंगलवार को कार्तिक अमावस्या के अवसर पर साल का आखिरी सूर्यग्रहण हुआ. सूर्यग्रहण का असर लगभग सभी देशों में देखने को मिला. कुल 1 घंटे 30 मिनट तक रहने वाले सूर्यग्रहण के लिए सुबह 4 बजकर 31 मिनट से सूतक प्रारंभ हुआ. सूतक प्रारंभ होते ही शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए.
Surya Grahan 2022: शहर में मंगलवार को कार्तिक अमावस्या के अवसर पर साल का आखिरी सूर्यग्रहण हुआ. सूर्यग्रहण का असर लगभग सभी देशों में देखने को मिला. कुल 1 घंटे 30 मिनट तक रहने वाले सूर्यग्रहण के लिए सुबह 4 बजकर 31 मिनट से सूतक प्रारंभ हुआ. सूतक प्रारंभ होते ही शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए.
राजस्थान मंदिर के कपाट ग्रहण के चलते बंद
खोले के हनुमान जी मंदिर में आम दर्शनार्थियों का प्रवेश सुबह से बंद है. अन्य मंदिरों मे भी शाम तक सूर्यग्रहण और सूदक का असर रहने से समय में बदलाव किया गया है. यानि 52 प्रतिशत सूर्यग्रहण होने से शाम 5.33 बजे आधा बिंब 50 प्रतिशत ही चमकीला दिखेगा. सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में शाम 4.15 बजे ग्रहण दिखेगा. सूर्य ग्रहण देखने के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करें. इस दौरान चन्द्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीचों बीच आ जाएगा. जिससे चन्द्रमा की परछाई पृथ्वी पर पड़ेगी और कुछ देर के लिए सूर्य का प्रकाश कम दिखाई देगा.
इस दौरान कोई भी श्रद्धालु भगवान के दर्शन नहीं कर पाये. सूर्यग्रहण के अवसर पर शहर के किसी भी मंदिर में ग्रहण काल में पूजा. अर्चना नहीं की जा सकी और नहीं किसी प्रकार के धार्मिक आयोजन मंदिरों में किए गए. धार्मिक मान्यताओं के चलते मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए. ज्योतिष के अनुसार सूर्यग्रहण काल का अलग-अलग राशियों में प्रभाव भी दिखाई पड़ा. मंगलवार शाम 5 बजकर 57 मिनट तक पूर्ण काल होने के पश्चात मंदिर में शुद्धिकरण किया जाएगा तथा भगवान की आरती उतारी जाएगी. मंगलवार को सूर्यग्रहण और कार्तिक अमावस्या होने के कारण लोगों ने दान-पुण्य के साथ- साथ गायों को हरा चारा आदि खिलाकर पुण्य प्राप्त किया.
ग्रहण से जुड़ी परंपराएं
हिंदू धर्म में ग्रहण को लेकर कुछ परंपराएं काफी प्राचीन समय से चली आ रही है. जैसे ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए. इसके पीछे मान्यता है कि ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और सोने पर भी इसका असर पड़ता है. इन्हीं परंपराओं में से एक परंपरा है मंदिर के दरवाजे बंद किए जाना. हिंदू धर्म में मंदिरों के अलावा घर में मौजूद पूजा स्थल को भी कपड़ों से अच्छी तरह से ढक दिया जाता है. इस परंपरा के पीछे कई प्रकार की धार्मिक मान्यताएं प्रचलित हैं.
दीपावली के अगले दिन यानी आज सूर्यग्रहण के चलते देशभर के सभी मंदिर बंद हो चुके हैं. दरअसल ग्रहण भारत में दिखाई दे रहा है, इसलिए ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले ही लग गया है, जिसके कारण सूतक में मंदिरों के पट बंद रहेंगे अब मंदिरों के पट ग्रहण समाप्त होने के बाद शाम को साफ सफाई के बाद खुलेंगे. हरकी पैड़ी गंगा घाट के सभी मंदिरों में सुबह से ही ताला लगा रहा. देश के कोने कोने से हरकी पैड़ी पहुंचे श्रद्धालु मंदिरों में ताला लगा देख निराशा हाथ लगी. मंगलवार को सूर्य ग्रहण के कारण राजस्थान के सभी मंदिर सहित बद्रीनाथ केदारनाथ और उत्तराखंड के अंधिकांश मंदिर बंद हैं.
Reporter- Dilip Chauhan