Ajmer: टीबी फ्री वार्ड अभियान के अंतर्गत एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई. जिला क्षय निवारण केन्द्र पर आयोजित कार्यशाला में आशा सहयोगिनियों व एएनएम सहित चिकित्सा पदाधिकारियों ने भाग लिया. कार्यालय में आगामी 17 अक्टूबर से शुरु होने वाले टीबी सर्वे के बारे में प्रशिक्षण दिया गया और कार्य करने की प्रक्रिया को विस्तार पूर्वक समझाया गया. सवेर के दौरान मोबाईल एप का प्रयोग करना तथा टीबी के लक्षणों की पहचान कर रोगी के बारे में विस्तृत डेटा प्रस्तुत करने की जानकारी उपलब्ध करवाई गई.


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गौरतलब है कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कायर्क्रम के तहत टीबी मुक्त अभियान पूरे देशभर में चलाया जा रहा है. अभियान की कड़ी में राज्य में भी टीबी की रोकथाम के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है. पंचायत स्तर पर टीबी मुक्त अभियान के अंतगर्त विभाग द्वारा एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन शुरु किया गया है जो कि आगामी 17 अक्टूबर से शुरु होगा. प्रथम चरण में ब्यावर के वार्ड नंबर 1,2,31, 32 व 48 को शामिल किया गया है. इसके अंतगर्त आशा सहयोगिनियों, एएनएम द्वारा घर घर सर्वे किया जाकर टीबी संभावितों की जांच की जाएगी.


मौके पर ही सैंपल लेकर टीबी संभावितों की पहचान कर जांच करवाकर टीबी की रोकथाम के लिए प्रयास किया जाएगा. कैंपेन का मुख्य उद्धेश्य टीबी के प्रति जागरुकता लाकर आमजन को प्रेरित करना है. उक्त कैंपेन का प्रथम चरण 17 अक्टूबर से 5 नवंबर तक चलाया जाएगा. जिला क्षय रोग अधिकारी के निदेर्शन में आगामी 14 नवंबर को नि-क्षय मेला भी आयोजित करवाया जाएगा. उसके पश्चात एक्टिव केस फाईडिंग सवेर् का दूसरा चरण जनवरी माह में आयोजित होगा. प्रशिक्षण सत्र के दौरान डाॅ अखिलेश वमार्, अमित वैष्णव, महेनद्र शमार, ललिता, रेखा परिहार,कौशल्या, अनिता, शीला सहित अन्य आशा सहयोगिनी व एएनएम सदस्य मौजूद रहे.


Reporter- Dillip Chouhan


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