पुलिस अधीक्षक ने बुलट के साइलेंसर खुलवाकर चौराहे पर रखवाए, चालान भी काटे
पुलिस ने बुलेट को साईलेंसरो को खुलवाकर चांग गेट पर स्थित गांधी सर्किल पर उसका प्रदर्शन भी किया, जिससे दूसरे लोग समझ लें और व्यवस्था सुधार लें.
Beawar: बुलट पर मोडिफाइड साइलेंसर से विस्फोट जैसी आवाजे निकालने वालों पर पुलिस सख्त नजर आई. सहायक पुलिस अधीक्षक आईपीएस सुमित मेहरड़ा ने एक बार फिर अपने विशेष रूप में नजर आए और बुलट पर मोडिफाइड साइलेंसर से विस्फोट जैसी आवाजे निकालने वालो पर सख्ती की. पुलिस ने बुलेट को साईलेंसरो को खुलवाकर चांग गेट पर स्थित गांधी सर्किल पर उसका प्रदर्शन भी किया, जिससे दूसरे लोग समझ लें और व्यवस्था सुधार लें. जानकारी के अनुसार लंबे समय से शहर में बुलट पर मोडिफाइड साइलेंसर लगाकर मनचले आवारागर्दी करते फिर रहे थे. कई बार तो ब्रेक मारने पर ऐसी आवाजें निकलती हैं कि सहन करना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कई बार लोगो के लिए ऐसे मनमचले मुसीबत का सबब बन रहे थे.
एएसपी मेहरड़ा ने गुरूवार को ऐसे लोगों पर सख्ती दिखाई. एक के बाद शहर के अनेक स्थानों पर नाकेबंदी कर ऐसे मोडिफाइड साइलेंसर लगी बाईकों और बुलेट को जब्त किया गया. दर्जनों वाहनों को जब्त किया गया और मौके पर ही साईलेंसर खुलवाए गए. बाद में साईलेंसरों को वाहनों में भरकर चांग गेट भिजवाया और गांधी सर्कल पर रखवा दिया, जिससे लोग और ऐसे वाहन चालक उन्हें देखकर सबक ले. वहीं, शहर के लोगों ने पुलिस की कार्यवाई की प्रशंसा की है. कार्यवाई के बाद जब्त बाईकों को लेकर कुछ लोग सिफारिश भी लेकर पहुंचे, लेकिन एएसपी मेहरड़ा के निर्देशों के आगे फेल नजर आए. दरअसल महंगी बाईको एवं बुलट का युवाओं में चलन बढ़ा है, वहीं मौज मस्ती और आवारागिर्दी के लिए कंपनी से आने वाले साईलेंसर में मोडीफिकेशन करवा देते हैं, जिससे बाइक चलाते समय पटाखों की आवाजें या विस्फोट होने जैसी हाई डेसीमल की आवाजे आती हैं. मोडिफाइड साइलेंसर की ये आवाज ध्वनि प्रदूषण करती हैं, जिससे आस-पास के लोगों को बहुत परेशानी है. विशेषज्ञ बताते हैं कि इस तरह की आवाजें दिल और मस्तिष्क के मरीजों के लिए जानलेवा हो सकती हैं. विशेष रूप से बुजुर्ग और छोटे बच्चों पर यह बुरा प्रभाव डालती हैं.
Reporter- Dilip Chouhan
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