Traders protest against user charge in Ajmer: व्यापारियों की ओर से सफाई के नाम पर लिए जा रहे यूजर चार्ज के विरोध को लेकर अजमेर पुलिस लाइन और लोहा खान के बाजार 2 घंटे तक बंद रखे गए और रैली निकालकर अपना विरोध भी जताया गया. व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम जबरन व्यापारियों को यूजर चार्ज के नाम पर परेशान कर रही है. स्वच्छता का काम नगर निगम का होता है लेकिन इसके बावजूद भी सभी दुकानों से ढाई ₹100 यूजर चार्ज के लिए जा रहे हैं जो कि गलत है कई दुकानदारों की ओर से कचरा बिल्कुल नहीं होता तो कई दुकानदार बहुत ज्यादा कचरा फैलाते हैं ऐसे में इन सभी को चिन्हित भी किया जाना चाहिए. 


यूजर चार्ज का विरोध


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अजमेर के व्यापारियों ने कहा कि स्वच्छता का काम नगर निगम का होता है, लेकिन इसके बावजूद भी सभी दुकानों से 250 रुपए यूजर चार्ज के लिए जा रहे हैं जो कि गलत है. कई दुकानदारों की ओर से कचरा बिल्कुल नहीं होता तो कई दुकानदार बहुत ज्यादा कचरा फैलाते हैं. ऐसे में इन सभी को चिन्हित किया जाना चाहिए.


व्यापारियों ने  लगाया आरोप 


साथ ही व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम अलग-अलग माध्यम से व्यापारियों को परेशान करती है और उनसे वसूली भी की जा रही है. इस यूजर चार्ज का भी विरोध किया जा रहा है जिससे कि व्यापारी जागरूक हो सके. व्यापारी ने कहा कि नगर निगम ने तो बाजारों में स्वच्छता सही से रख नहीं पाती है. आवारा जानवरों और बंदरों पर नकेल कसी जा रही है. इसके अलावा शौचालय की समस्या भी सभी के सामने बनी हुई रहती है फिर भी ऐसे यूजर चार्ज लगाकर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है.


इसके विरोध में व्यापारी लगातार अपना आंदोलन जारी रखेंगे जब तक कि इस यूजर चार्ज को वापस नहीं लिया जाता. व्यापारियों का कहना है कि यह आंदोलन लगातार जारी रहेगा आगामी सोमवार को पूरे दिन बाजार बंद रखकर इसका विरोध जताया जाएगा.


ये भी पढ़ें- आखिर सुभाष मेहरा हत्या कांड में क्यों लगे हैं इनके मुंह में ताले? 10 वें दिन जालोर न्यायालय परिसर में गिड़गिड़ाता रहा कमर्चारी संघ


क्या है यूजर चार्ज की दरें 


बता दें कि सरकार की ओर से यूजर चार्ज की दरें जारी की गई हैं. जिसमें प्रतिमाह कम से कम 100 रूपए और अधिकतम पांच हजार तक की दरें तय की गई है. इसमें आवासीय घरों से कम शुल्क वसूले जाएंगे. जबकि व्यवसायिक गतिविधियों वाली फर्मों जैसे दुकानें, होटल व रेस्टोरेंट आदि का शुल्क अधिक रहेगा. नगर निगम की ओर से कचरा गाड़ियों की मॉनिटरिंग की जाएगी. जिसमें अब हूपर चालक बेईमानी और कामचोरी नहीं कर सकेंगे.


घर के मुख्य प्रवेश द्वार के पास स्कैनर कोड लगाया जाएगा. घर से कचरा संग्रहित करते वक्त हूपर में बैठा सहायक कार्मिक मशीन से इसे स्कैन करेगा. इसके बाद ही निगम के कंट्रोल रूम में उस गाड़ी की उपस्थिति दर्ज होगी.


Reporter- Ashok Bhati