बजरी माफिया का विरोध करना ग्रामीणों को पड़ा भारी, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
पुलिस की कार्रवाई से खफा ग्रामीणों ने बुधवार को उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल को ज्ञापन देकर उक्त मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.
Pushkar: प्रदेश में एक ओर जहां खनन विभाग और राज्य सरकार विशेष अभियान चलाकर अवैध खनन पर रोक लगाने की कवायद कर रही है तो वहीं अवैध बजरी खनन का विरोध कर रहे ग्रामीणों को बजरी माफियाओं का कहर मजबूरन झेलना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम किशनपुरा में सामने आया है.
जहां खेत में लगे बोरवेल, स्टार्टर और ताराबंदी को जेसीबी मशीन द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. साथ ही विरोध कर रहे हैं किसान परिवार के साथ हाथापाई की गई. इस पर पुष्कर थाने में हनुमान पुत्र नानू रावत ने लिखित शिकायत देकर प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 161 बटा 2022 के अंतर्गत भारतीय दंड संहिता की धारा 142, 323, 427, 504, 447, 452, 354, 379 में मुकदमा दर्ज करवाया. जिस पर पुष्कर पुलिस ने आरोपी महावीर, गोपाल, हेमा, भंवर लाल, के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बजरी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर महज शांति भंग में आरोपियों को हिरासत में लेकर इतिश्री कर ली. पुलिस की कार्रवाई से खफा ग्रामीणों ने बुधवार को उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल को ज्ञापन देकर उक्त मामले में कार्रवाई करने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि बजरी माफियाओं के खिलाफ प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और नुकसान का मुआवजा आरोपियों से वसूला जाना चाहिए. जिस पर उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल ने पुष्कर थाने से रिपोर्ट मंगवा कर ग्रामीणों को कार्रवाई का भरोसा दिया. ग्रामीणों का कहना था कि अग्रिम कार्रवाई के लिए वे अजमेर जिला पुलिस कप्तान को भी ज्ञापन सौंपेंगे.
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