Matsya University Alwar: अलवर मत्स्य विश्वविद्यालय से भ्रष्टाचार घोटाले और धांधलियों के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे आरोप भी लगाए जा रहे हैं. पर सच क्या है ये जांच के बाद ही पता चलेगा.आपको बता दें कि आरोप लगाते हुए छात्र लगातार धरने पर बैठे हैं,


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सोमवार को छात्रों ने भुसमाधि लेकर विरोध जताया.विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के सयोंजक विष्णु चावड़ा ,पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमंत चावड़ा के नेतृत्व में छात्रों द्वारा अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में धरना दिया जा रहा है.


 सोमवार को छात्रों ने मत्स्य विश्वविद्यालय परिसर में ही गड्ढा खोदकर भू समाधि ली. वहीं, छात्रों ने अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया.


छात्रों का साफ तौर पर कहना है की राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश व राजस्थान सरकार की NOC होने के बाद भी विश्वविद्यालय की तानाशाही के चलते निजी कॉलेजों के छात्रों के परीक्षा फार्म नहीं भरवाये जा रहे हैं.जिससे हजारों छात्रों का भविष्य अंधकार में हो गया है.


छात्रों ने बताया मत्स्य विश्वविद्यालय के पीजी कैंपस के छात्रों की कक्षाएं अभी तक संचालित नहीं हो रही है. छात्र संघ अध्यक्ष को साजिश के तहत फेल करने वालों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, ना ही अभी तक इस मामले में एफ आई आर दर्ज करवाई गई है.


विश्वविद्यालय में यूएम केस में दोहरा मापदंड अपनाया गया है. इस मामले में अपने चहेतों व पैसे देकर छात्रों को पास किया गया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं ने कड़े शब्दों में कहा यूनिवर्सिटी में उद्योगपति व नेताओं की संतानों को गोल्ड मेडल देने वाले मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी बैठाकर जांच करवाई जाएं. जिन बच्चों के लिए 50% अंक लाना भी मुश्किल था,


वह कैसे गोल्ड मेडल के पात्र हैं. छात्रों ने कहा विश्वविद्यालय घोटाले का अड्डा है, यहां प्रतिवर्ष 25 करोड़ रुपयों का घोटाला होता है, जिसकी भी उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए. इन्हीं सभी मांगों को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया.


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