Alwar News: राजस्थान सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शकुंतला रावत के घर तीसरी बार चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. इस पूरी वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ चुकी है. जैसे ही इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिली वे घटना वाले स्थल पर पहुंचे और पहुंचकर तलाशी ली. इस दौरान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे भी तलाशे. 

 

पूर्व मंत्री बीजेपी सरकार पर दागे सवाल 

इससे पहले भी पूर्व मंत्री के घर में चोरी हुई है. तब उन्होंने आरोप लगाया था कि आखिर पुलिस की गश्त व्यवस्था कब सुधरेगी. भाजपा शासन में मेरे ही घर पर तीसरी बार चोरी होना कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान उठना है. पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है. पहले उनके गांव के पैतृक मकान पर चोरी हुई उसके बाद 20 से 25 दिन पहले अलवर के कर्मचारी कॉलोनी स्थित इसी मकान पर चोरी हुई. पहले गांव में आए तो कोई सामान नहीं ले गए. उसके बाद शहर के मकान पर आए तो बेडरूम तक गए बाथरूम के ताले तोड़े तो यह किस प्रकार की चोरी हो रही है समझ से परे है. 

 

रात 10 बजे किया गया घर में चोरी का प्रयास 

वहीं, अब रात के 10:00 बजे फिर से चोरी का प्रयास किया गया है, क्योंकि हम सब लोग जाग रहे थे. मेरे घर आना और कोई भी चोरी नहीं करना क्या हमले का प्रयास किया जा रहा है. मैंने पुलिस के आला अधिकारियों को इस बारे में अवगत करा दिया है. सीसीटीवी में बदमाश के हाथ में एक बड़ा सरिया था. क्या वह हमको मारने आया था. आखिर मेरे परिवार पर हमला करने की साजिश तो नहीं है, जो लगातार इस तरह के प्रयास किया जा रहे हैं. पहले व्यक्ति अकेला आता है. दोबारा देख कर बड़ा लोहे का सरिया लेकर घुसता है. 

 

परिवार पर हमले की हो रही साजिश 

उन्होंने आगे कहा कि परिवार के सदस्य के जागे होने से वह भाग जाता है. क्या सरकार हमारे मरने का इंतजार कर रही है. एक ही घर में बार-बार आना और इस तरह की हरकत करना इस सरकार के लिए महिला सुरक्षा पर सवालिया निशान है. मेरा पुत्र और पुत्रवधू जयपुर रहते हैं, जबकि मैं और मेरे पति यहां रहते हैं. पिछली बार भी इस तरह की वारदात हुई और इस बार तो मेरे पति के पकड़ो-पकड़ो से बोलने पर व्यक्ति अपना सरिया छोड़कर भाग गया. यह हमारे परिवार में से किसी न किसी को मारने की साजिश रची जा रही है. जिसे जल्द से जल्द खुलासा हो और जब-जब इस तरह की घटना होती है, हम पुलिस को अवगत कराते हैं, पर विगत डेढ़ महीने तक पुलिस अभी तक इस पर कोई भी एक्शन नहीं ले पाई है यह चिंता का विषय है.