Alwar News: राजस्थान की रामगढ़ विधानसभा सीट एक ऐसी विधानसभा है. जहां जातीय गणित से चुनाव की जीत धार होती है. मेव मुसलमान की बड़ी आबादी वाली इस सीट पर 1990 के बाद से हिंदू मुस्लिम समीकरणों का प्रभाव रहा है. कांग्रेस के जुबेर खान और भाजपा की ज्ञान देव आहूजा के बीच लंबे समय से सियासी मुकाबला होता रहा.


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जुबेर खान से पहले कांग्रेस के टिकट पर यहां 1977 और 1980 में जय किशन चुनाव जीत का विधानसभा पहुंचे. लेकिन 1990 के बाद इस सीट पर अब तक आठ चुनाव हो चुके हैं. कांग्रेस में इसमें से सात बार जीत दर्ज की. जुबेर खान यहां से विधायक रहे तो 2018 में जुबेर खान की पत्नी सफिया जुबेर खान को टिकट दिया क्या.


कांग्रेस ने 2023 में सिटिंग विधायक सफिया का टिकट काटकर उनके पति जुबेर खान को टिकट दिया. जबकि भाजपा ने अपने विधायक प्रत्याशी ज्ञान देव आहूजा की जगह उनके भतीजे आहूजा को चुनाव मैदान में उतर जाए. आहूजा चुनाव बड़े अंतर से हार गए. तो वहीं जुबेर खान के निधन के बाद अभी सीट पर उपचुनाव हो रहा है. भाजपा ने सुखवंत सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. तो कांग्रेस ने जुबेर खान के बेटे आर्यन खान को अपना प्रत्याशी बना है.


रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 74 हजार 180 मतदाता है. इनमें 1 लाख 29 हजार 266 महिला मतदाता. 1 लाख 44 हजार 914 पुरुष मतदाता है. जबकि 366 विशेष योग्यजन मतदाता है. इनमें 85 साल से अधिक उम्र के 168 मत आता है.


जातिय आधार पर नजर-
70 हजार मेव वोटर.


40 हजार ओड राजपूत.
20 हजार जाट वोटर.


22 हजार सैनी वोटर.
15 हजार मूर्तिकार.


7 हजार मीणा.
6 हजार गुजर.


4 हजार यादव.
15 हजार सरदार.


35 हजार ब्राह्मण व वेश्य.
40 हजार एससी.