Alwar News: अलवर के मालाखेड़ा उपखंड क्षेत्र में ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसल का 5 दिन के बाद भी पथरोडा गांव में मौके पर खसरा गिरदावरी नहीं करने और पटवारी के नहीं पहुंचने पर आखिर किसानों के सब्र का बांध टूट गया. जहां पथरोडा गांव में करीब 30 बीघा से अधिक सरसों की फसल पर ट्रैक्टर चलाया. इस दौरान किसानों के आंखों में आंसू तैर गए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


27 दिसंबर 2024 की रात्रि किसानों की फसल पर काल बनकर आई और ओलावृष्टि होने से हजारों बीघा कृषि भूमि पर खड़ी हुई सरसों की फसल नष्ट हो गई. पथरोडा तथा बुर्जा वाला क्षेत्र के पटवारी, कृषि विभाग, बीमा विभाग व प्रशासनिक अधिकारी के इंतजार में किसान तीन दिन तक परेशान रहे. 


मीडिया में मामला सामने आने तथा सही रिपोर्ट का आकलन नहीं होने पर इस क्षेत्र के विधायक नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खुद देर शाम 6:00 बजे क्षेत्र में पहुंचे और मौके पर ही उन्होंने उपखंड अधिकारी मालाखेड़ा, तहसीलदार मालाखेड़ा, के सामने ही राजस्व विभाग के पटवारी को बताया खरकड़ा गांव में प्रवेश करते ही सरसों के फसल नष्ट हुई. 



वहीं, पहाड़ी क्षेत्र में तो पूरी तरीके से सरसों की फसल बर्बाद हो गई. फिर भी पटवारी ने इसकी खसरा गिरदावरी नहीं की. लेकिन उनके आदेशों का भी असर नहीं हुआ. किसान जफरु खान, अफजल खान, रहमत, अकरम ने बताया कि गुरुवार को भी उनके गांव पथरोडा में पटवारी, कृषि, बीमा के कोई भी अधिकारी कर्मचारी नहीं आए. खसरा गिरदावरी नहीं की गई. 


वहीं, जफर खान ने यह भी आरोप लगाया है कि इस क्षेत्र के पटवारी जो ढाकपुरी पटवार मंडल का है. उसकी उदासीनता लापरवाही से किसान का सब्र टूट गया और ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसल को जोतना पड़ रहा है. उनका कहना है कि सरसों की फसल होती तो, घर का कामकाज और कर्ज भी चुक जाता. लेकिन अब यह कर्ज और भी बढ़ गया.


नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बताया कि मालाखेड़ा उपखंड क्षेत्र में आधा दर्जन गांवों में नष्ट सरसों की फसल की गिरदावरी पटवारी से मौके पर जाकर करवाने के लिए उपखंड अधिकारी को कहा गया था. पथरोडा गांव में पटवारी खसरा गिरदावरी करने क्यों नहीं गया और किसान अपनी फसल पर ट्रैक्टर चला रहे हैं. यह बहुत दुखद स्थिति है.