Alwar News: राजस्थान के अलवर में डॉक्टरों की हड़ताल के चलते राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में डॉक्टरों के नहीं बैठने के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


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ऐसे में परिजन अपने छोटे-छोटे नौनिहाल बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां पर परिजनों को पता लगा कि आज डॉक्टरों की हड़ताल है.  


इंतजार करते रहे मरीज
इसके चलते गीतानंद शिशु चिकित्सालय में इमरजेंसी में एक भी डॉक्टर नजर नहीं था और डॉक्टरों की सीट खाली थी. ऐसे में गीतानंद शिशु चिकित्सालय की इमरजेंसी के बाहर परिजन अपने छोटे-छोटे नौनिहाल बच्चों को लेकर डॉक्टर को दिखाने का इंतजार करते हुए नजर आए. 


शिशु अस्पताल नहीं मिले डॉक्टर
वहीं, एक मामला स्कीम नंबर 8 का सामने आया, जहां परिजन अपने एक साल के बच्चे को दिखाने के लिए अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टर के नहीं बैठने पर अस्पताल के बाहर खड़े रहे. बच्चे के परिजन मोनू सैनी ने बताया कि उसके एक साल का बच्चा है और बच्चे को सांस लेने में परेशानी होने के चलते उसको शिशु अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर डॉक्टर नहीं है. 


छोटे-छोटे नौनिहाल बच्चे परेशान
उन्होंने बताया कि डॉक्टर की हड़ताल के चलते डॉक्टर इमरजेंसी में भी नहीं बैठे. ऐसे में उन्होंने कहा कि सरकार या प्रशासन को कम से कम इमरजेंसी में दो डॉक्टरों को बैठाना चाहिए, जिससे कि यहां पर आने वाले छोटे-छोटे नौनिहाल बच्चे परेशान ना हो. 


अभी फिलहाल गीतानंद शिशु चिकित्सालय के एफबीएनसी वार्ड में कुल 31 बच्चे भर्ती हैं, तो वही चिल्ड्रन वार्ड में 32 बच्चों का इलाज चल रहा है. ऐसे में आज अस्पताल मरीज नर्सिंग कर्मचारियों के हवाले चल रहा हैं. 


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