Alwar News: हरियाणा में नूंह के दंगों के बाद सामाजिक सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने के लिए सर्व धर्मों के किसान और आमजन बडौदामेव के शीतल में हुई महापंचायत में पहुंचे. यह महापंचायत संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित की गई. इसमें राजस्थान, हरियाणा, पंजाब व यूपी के किसान व आमजन पहुंचे.


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इस महा पंचायत में पूर्व राजयपाल डॉ. सत्यपाल मलिक, गुरनाम सिंह चढूनी किसान नेता राकेश टिकैत, डॉ दर्शनपाल, मौलाना अरशद, राजाराम मील, रामलखन मीणा, पूनम पंडित, समय सिंह यादव, जितेंद्र मीणा सहित हर्ष छिकारा मौजूद थे.


किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार जहां है. उन राज्यों में माहौल खराब करना चाहती है. अगर हरियाणा में ब्रजमंडल यात्रा 28 सितंबर को निकालने की स्वीकृति अगर सरकार ने दी तो हम भी ट्रैक्टर रैली निकालेंगे. जिसकी तारीख निश्चित की जाएगी.  इसके लिए पंचायत होगी और पंचायत में निर्णय लिया जाएगा.


उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और कहां की देश की तरक्की इससे नहीं होती तरक्की करनी है तो स्कूल, कॉलेज, अस्पताल खोलो रोजगार दो. उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि देश को कोई भी राजनीतिक पार्टी नहीं बचा सकती. अगर बचाएगा तो आंदोलन बचाएगा. इस आंदोलन में किसान मजदूर बेरोजगार पीड़ित शोषित सब भाग लेंगे. तभी सरकारें झुकेंगी.


उन्होंने कहा कि देश के राजा की पॉलिसी है जनता को लड़ाओ और अपना शासन करो. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष कमजोर होता है तो तानाशाह जन्म लेता है इसलिए विपक्ष कमजोर है इसको बंटने मत दो. उन्होंने कहा कि सभी शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करें और आंदोलन में खाप पंचायत भी लगी हुई है.


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राजस्थान यूपी हरियाणा में किसानों और अन्य मांगों को लेकर पंचायत करेंगे. उन्होंने सभी को कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है. अगर एक जुट रहेंगे तो कोई भी सरकार हमें हिला नहीं सकती. उन्होंने आमजन से भी कहा कि अपने बच्चों को पढ़ाओ रोजगार पर लगाओ, दंगो में मत भेजो. उन्होंने कहा कि हम सब हिंदू हैं. हिंदू दो तरह के के है. एक तो वह हिंदू जो नोरंगिया नागपुर से चलते है और एक हिंदू हम भारतीय हिंदू है.


भारतीय हिंदू कभी लड़ते नहीं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि इन विधानसभा चुनाव में 100 से अधिक विधायक जो बने है. वह ऐसे थे जो हार गए थे. लेकिन निर्वाचन विभाग ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दे दिया.


यह किसान भाईचारा महापंचायत समाजिक भाइचारे के ताने-बाने को बनाए रखने के लिए की गई सामाजिक भाईचारा कायम होना चाहिए यही इस महापंचायत का मकसद था. सामाजिक भाई चारा बढ़े इसलिए इसी मकसद से आमजन से चर्चा की गई भाईचारे को आपस में बढ़ाने के लिए एक विचार को मंच के रूप में सामने रखा गया.