Alwar news: राजस्थान के अलवर जिले में बानसूर के गांव रामपुर निवासी हेड कांस्टेबल भूपसिंह का सम्मान के साथ अन्तिम संस्कार किया गया. इस दौरान ग्रामीणों ने तिरंगा यात्रा निकालकर सैनिक को सम्मान के साथ ले गए. इस दौरान भूपसिंह मीणा अमर रहे के जयकारों से बानसूर गूंज उठा. इस दौरान सैनिक के सम्मान में पूरा गांव उमड़ पड़ा. सैनिक को ग्रामीणों ने नम आंखों से विदाई दी. इस दौरान कस्बे के व्यापारियों ने अपनी दुकानें भी बंद रखी. सैनिक भूप सिंह का शव देर रात उनके गांव पहुंचा. 


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जब सैनिक का शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया. जहां आज सुबह करीब 12 बजे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान आईटीबीपी के अधिकारियों और उनके साथ आई टुकड़ी के जवानों ने ऑनर ऑफ गार्ड से सलामी दी. इस दौरान उधोग मंत्री शकुंतला रावत ने पुष्प चक्र अर्पित कर सैनिक को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों पर सवाल भी उठाए आज सुबह ग्रामीणों और परिजनों ने हेड कांस्टेबल भूप सिंह को शहीद का दर्जा देने की मांग की और आरोपी को फांसी की सजा हो इसकी भी मांग की गई. 


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इस दौरान आईटीबीपी के अधिकारियों ने कहा कि आइटीबीपी सैनिक भूप सिंह के परिवार के साथ है जो भी सहायता होगी की जाएगी. हेड कांस्टेबल भूप सिंह के पुत्र जतिन (5) ने अपने पिता को मुखाग्नि दी इस दौरान मौजूद सभी लोगों की आंखे नम हो गई. आपको बता दें कि 21 जून बुधवार को हेड कांस्टेबल भूपसिंह मीणा की (2 आईसीसी) अधिकारी लोकपाल सिंह के बेटे दिग्विजय सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. 


हेड कांस्टेबल भूपसिंह अधिकारी के यहां कुक का काम करता था. इस दौरान उधोग मंत्री शकुंतला रावत, भाजपा प्रदेश मंत्री महेंद्र यादव, मुकेश यादव, रामवतार मीणा, विजेंद्र यादव, हरफूल मीणा, रामवतार शर्मा, दयाराम यादव सहित हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे.


REPORTER- ARUN VAISHNAV