Alwar News: किशनगढ़ बास में सफाई क्यों नहीं? कहां खर्च हो रहे करोड़ों रुपए! ज्ञापन भी दिया
Alwar News: लवर के किशनगढ़ बास कस्बे को नगरपालिका का दर्जा तो मिल गया है,लेकिन सफाई नहीं है.इस बात को लेकर लोगं में गुस्सा है.नेता प्रतिप़क्ष नगरपालिका नें अधिशाषी अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर नियमित सफाई व लाईटों को चालू करानें को लेकर ज्ञापन सौंपा.
Alwar News: अलवर के किशनगढ़ बास कस्बे को नगरपालिका का दर्जा तो मिला लेकिन वर्षा से चली आ रही समस्याओं से निजात पाना शायद कस्बे की किस्मत में ही नहीं है, इसे हम इस कस्बे का दुर्भाग्य भी कह सकते हैं.
नेता चुनाव जीतकर आये और अपना-अपना कार्यकाल निकालकर चले गये.उनकी आड़ में प्रशासन नें भी आज तक कस्बे की समस्याओं को गम्भीरता से नहीं लिया और उन्होनें नें भी अपना समय आंख मूंदकर पास किया और स्थानान्तिरित होकर जाते रहे हैं. लेकिन यह प्राचीन कस्बा अब अपने अतीत पर आंसू बहा रहा है.नगरपालिका ठेकेदारों की ऊंची पंहुच रखनें वाले रसूखदारों से पकड़ होनें के कारण सरकार के लाखों रुपयें को मिली भगत के खुल्लम-खुल्ला डकार रहे हैं.
नगरपालिका किशनगढ़ बास द्वारा कस्बे की सफाई व्यवस्था के बिगड़े हालात और करोड़ों रुपये की लागत से लगाई गई हाईमास्क लाईटों के शोपीस बनने को लेकर नगरपालिका पार्षद एवं नेता प्रतिपक्ष उमेश यादव नें अधिशाषी अधिकारी टीना शर्मा को ज्ञापन सौंपकर सफाई व्यवस्था और हाईमास्क लाईटों को सुचारु करनें की मांग की है.
ज्ञापन में बताया गया कि शहर की रोशनी व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च कर हाई मास्क,मिनी हाई मास्क एवं शहर के मुख्य मार्गों पर पोललाइट लगाई गई है जो शो-पीस बनकर रह गई है लाइट हमेशा खराब रहती है तथा आदि लाइट दिन-रात जलती रहती हैं. बास कृपाल नगर मंदिर गेट, जाटका चौक, बासड़ा चौक की लाइटें आज तक चालू ही नहीं हुई हैं. वहीं, खैरथल रोड़ पर लाइटें नहीं जलती जिससे पूरे खैरथल रोड़ पर अंधेरा पसरा रहता है.
व्हीं कस्बे की सफाई के नाम पर एक करोड़ 36 लाख का वार्षिक ठेका होने के बावजूद भी शहर में नियमित सफाई नहीं हो पा रही है.सफाई ठेकेदार द्वारा 90 सफाई कर्मियों की जगह केवल 50 सफाई कर्मचारियों द्वारा कार्य करवाया जा रहा है. वार्डों से कचरा उठाने के लिए 40 रिकशों के स्थान पर केवल 20 रिक्शे ही लगाए हुए हैं. कस्बे के नाले नालियों की सफाई प्रतिदिन होनी चाहिए परंतु बरसात के मौसम में भी सफाई नहीं करवाई गई है, जिससे नालों में गंदा पानी जमा हो गया है.
यही नहीं उपखण्ड कार्यालय व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के सामने गंदे पानी का नाला गंदे पानी से लबालब भरने से सूअर खिलोल करते नजर आते हैं, सामने बना मूत्रालय गंदगी से अटा रहता है. ज्ञापन में आरोप लगाया गया की सफाई ठेके में भारी भ्रष्टाचार प्रतीत हो रहा है. शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है.
इसलिए संवेदक पर दंडात्मक कार्रवाई कर उचित शास्ती आरोपित की जावे तथा व्यवस्था नहीं सुधरने की स्थिति में शरायतों के उल्लंघन के कारण ठेका निरस्त करने के कार्रवाई की जावे जिससे शहर वासियों को गंदगी व बदबू से निजात मिल सके और नगर पालिका के द्वारा एक करोड़ 36 लाख रुपए खर्च करने का फायदा आम जनता को प्राप्त हो सकें.
टीना शर्मा अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका किशनगढ़ बास का कहना है कि पार्षद द्वारा सफाई और लाईटों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है,मैंने मौके पर जाकर स्थिति की जांच करुंगी कि लाईटों में क्या समस्या आ रही है.
उसकी जांच कराई जायेगी. सफाई व्यवस्था को देखने के लिए मैं स्वयं जिससमय सफाई होती है, मौके पर जाऊंगी और वार्ड वाईज जितनें भी कर्मचारी हैं उनकी जांच की जायेगी. ठेकेदार को भी हिदायत दे दी गई है कि सफाई व्यवस्था को सुचारु रुप से करवाई जावे तथा किसी भी तरह की समस्या के लिए मेरे द्वारा ठोस कदम उठाये जायेगें.
Reporter- Arun Vaishnav
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