Bansur: राजस्थान के अलवर जिले के नारायणपुर उपखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत चांदपुरी में सरस्वती विद्या मंदिर शिक्षा समिति के नाम से एक निजी स्कूल हाल ही में मान्यता लेकर संचालित हुआ था, जिसमें शिक्षा विभाग के सामने घोर लापरवाही की एक बानगी सामने आई है. स्कूलों में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए घर-घर जाकर शिक्षक स्कूल से वंचित हैं उनको जोड़ने का काम विद्यालय स्टाफ की ओर से किया जा रहा था. 


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चांदपुरी पीईईओ सत्यनारायण मीना को जब वहां बच्चों की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने उस जीर्ण-शीर्ण बिल्डिंग में चले गए तो वहां स्कूल संचालित मिला, जिसमें बड़ी कक्षाओं के छात्रों को भी पढ़ते हुए देखना बताया गया है, जिसकी सूचना चांदपुरी स्कूल के पीईईओ सत्यनारायण मीना ने सीबीईईओ थानागाजी को वास्तविक स्थिति से अवगत कराया. शिकायत की सूचना पर सोमवार को थानागाजी सीबीईईओ मगलराम जाटव, थानागाजी नोडल अधिकारी मूलचंद मीना, एसीबीईईओ रामेश्वर दयाल मीना और भैरुसहाय शिकायत की जांच करने चांदपुरी पहुंचे. 


वहां से निजी स्कूल का निरीक्षण किया और संचालक को बुलाया गया तो घोर लापरवाही का मामला सामने आया. जाटव ने बताया कि संचालक ने उनको बताया कि मान्यता दूसरी बिल्डिंग को दिखा कर ली गई है और स्कूल पुरानी जीर्ण शीर्ण अवस्था वाली बिल्डिंग में संचालित मिला, जिसकी कार्रवाई के लिए सीबीईईओ उच्च अधिकारियों को स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा जाएगा, इस स्कूल को कक्षा 8 तक के लिए हाल ही में मान्यता मिली थी.


Reporter: Jugal Gandhi


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