Bansur: बानसूर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी जमीन के मालिक बनकर जमीन का पहचान करने के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


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बानसूर थाने के सब इंस्पेक्टर देशराज सिंह ने बताया परिवादी दिनेश कुमार निवासी ज्ञानपुरा कनिष्ठ सहायक तहसील बानसूर ने थाने में दर्ज करवया कि बानसूर तहसील के पटवार हल्का नांगललाखा के राजस्व ग्राम उलखेडा के अराजी खसरा नंबर 15 का एक दस्तावेज 10 नवम्बर 2021 को उपपंजीयक कार्यालय में पंजीयन हेतु प्रस्तुत हुआ. जिसे दिनांक 10 नवंबर 2021 को पुस्तक संख्या एक जिल्द संख्या 105 पृष्ठ संख्या 108 क्रम संख्या 202103358103530 पर पंजीयन कर दिया गया.


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अतिरिक्त पृष्ठ संख्या 249 से 258 पर चस्पा कर दिया गया. वहीं दिनांक 21 फरवरी 2022 को तहसील कार्यालय में पेश होकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर पूर्व काश्तकारों द्वारा निवेदन किया गया कि विक्रेताओं के रूप में वर्णित नाम ही उनके हैं, जबकि उनके द्वारा उक्त दस्तावेज पंजीयन नहीं कराए हैं नहीं उन्होंने उक्त भूमि का बेचान किया है. जिसकी पुष्टि पटवारी द्वारा की गई और दस्तावेज की जांच कर जब मेरे द्वारा उपपंजीयक कार्यालय से करवाई गई तो पता चला कि दस्तावेज में वर्णित विक्रेताओं ने कटूरचित आधार कार्ड का उपयोग कर दस्तावेज पंजीबद्ध कर आए हैं.


काश्तकार के हितों का हनन किया है लोक सेवक के समक्ष कटूरचित दस्तावेज प्रस्तुत कर लोक सेवक को गुमराह करने का अपराध किया है, जिसमें सतवीर पुत्र प्रभु दयाल जाति गुर्जर निवासी ईसराकाबास, मनफूल पुत्र ताराचंद जाति जाट निवासी मौठूका क्रेता अजीत सिंह पुत्र हजारी सिंह जाति राजपूत निवासी मोठूका ओर विक्रेताओं के रूप में चस्पा किए गए. फोटोग्राफ की पहचान कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी और जमीन हड़पने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया और पुलिस ने तीन आरोपी सत्यवीर पुत्र प्रभु दयाल जाति गुर्जर निवासी ईसराकाबास, मनफूल पुत्र ताराचंद जाति जाट और अजीत सिंह पुत्र हजारी सिंह राजपूत निवासी मौठूका को गिरफ्तार किया है. वहीं तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.


Reporter- JUGAL KISHOR


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