Alwar Pandupol Hanuman Temple: राजस्थान के अलवर जिले के सरिस्का बाघ परियोजना के अंर्तगत महाभारत कालीन पांडुपोल हनुमान जी का मंदिर स्थित है. इस पांडुपोल हनुमान जी के दर्शन के लिए इन दिनों दर्शनार्थियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. इनके दर्शन के लिए कई किलोमीटर का लंबा जाम लग गया है. 12 मई को अलवर आए मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद सरिस्का निशुल्क प्रवेश की अभी तक पालना नहीं हुई है. राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित तमाम दर्शनार्थियों को हनुमान जी के दर्शनों के लिए टिकट लेकर जाने दिया जा रहा है. 


मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद भी आदेश का पलना नहीं


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जानकारी के अनुसार सरिस्का सदर गेट पर शनिवार के अवसर पर आज पांडुपोल हनुमान जी महाराज के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. जिसमें सरिस्का गेट पर वाहनों की काफी लंबी कतार देखने को मिली. जहां जाम जैसी स्थिति बनी रही. जिसमें बरसात के समय में भी वन विभाग कर्मचारी वाहनों को कतार में लगाते हुए और व्यवस्था बनाते रहे.


पांडुपोल हनुमान जी के दर्शन के लिए लगी लंबी लाइन 


आज अवकाश होने के कारण और शनिवार होने के कारण पांडुपोल हनुमान जी दर्शन के लिए लंबी लाइन लगी . पांडुपोल हनुमानजी महाराज के स्थान पर दर्शन को आए दोसा क्षेत्र के श्रद्धालुओं का कहना है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने पांडुपोल सरिस्का गेट से श्रद्धालुओं को निशुल्क जाने के लिए सिर्फ घोषणा ही की है. लेकिन अभी तक भी टिकट ले रहे हैं. वहीं आज भीड़ भी अधिक है और मौसम भी अच्छा है. वहीं जंगल में अभी भी बरसात आ रही है. हमने लाइन में लगकर टिकट लिया है.


मुख्यमंत्री गहलोत ने नि:शुल्क दर्शन की घोषणा की थी


बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की है कि अलवर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पांडुपोल में अब कोई टिकट नहीं लगेगा और प्रवेश निशुल्क रहेगा. गहलोत ने यह घोषणा आज यहां अलवर मिनी सचिवालय के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए की थी. 


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इस दौरान उन्होंने कहा कि अलवर में घोषणाओं के लिए काफी ज्ञापन आए हैं. अब उन घोषणाओं को इंप्लोमेंट करवाना चाहिए. कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली द्वारा यह मांग रखी गई कि पांडुपोल हनुमान मंदिर में जाने के लिए टिकट लगता है तो उन्होंने मंच से ही घोषणा की कि अब पांडुपोल जाने के लिए कोई टिकट नहीं लिया जाएगा और इसका प्रवेश निशुल्क कर दिया जाएगा.