Alwar: अलवर में एक युवती ने गंभीर चोटिल होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी. जिसने भी छात्रा के जुनून को देखा और सुना, असने उसकी तारीफ की, बताया जा रहा है कि छात्रा हाथ में प्लास्टर और शरीर के कई अंगों पर पट्टीया बंधी होने के बावजूद परीक्षा केंद्र पहुंची और अपना एग्जाम दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें - जोधपुर रेलवे स्टेशन में 32 लिफ्ट के साथ होंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं, 474 करोड़ स्वीकृत


कहते हैं कि अगर किसी में कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो कुछ भी किया जा सकता है. कुसी भी कठिनाई से गुजरा जा सकता है, और कुछ भी हासिल किया जा सकता है. इसी तरह का जुनून झारखेड़ा गांव की एक युवती में देखने को मिला. जिसने दुर्घटना में कई चोटें लगने के बावजूद हौंसला नहीं  खोया और फ्रैक्चर्ड हाथ के साथ सेंटर पहुंचकर पेपर दिया.


यह भी पढ़ें - खाना खाकर खेत गए फोटोग्राफर का सुबह पेड़ से लटकता मिला शव, परिजनों को हत्या की आशंका


पीड़ित युवती दीपा सेन ने बताया वह अलवर के झारखेड़ा गांव की निवासी है. जो हनुमान चौराहे से टेंपो में सीईटी का एग्जाम देने परिक्षा केंद्र स्कीम 4 नेहरू सेकेंडरी स्कूल के लिए आ रही थी. परीक्षा होने के कारण टेंपो में बहुत भिड़ थी. जल्दी पहुंचने की आपाधापी और अधिक भीड़ होने के कारण वह टेंपो से नीचे गिर गई. जिससे उसका सीधा हाथ फैक्चर हो गया और शरीर के कई अन्य अंग जख्मी हो गए. 


यह भी पढ़ें - बिल ठीक करने के नाम पर भेजा लिंक और खाते से उड़ाए साढ़े 6 लाख, पुलिस ने करवाए रिफंड


घायल अवस्था में उसे अलवर के राजकीय सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां उसे हाथ में फैक्चर होने का मालूम चला. इस दौरान उसने डॉक्टरों से जल्दी उपचार के लिए कहा है. पेपर की अपनी मजबूरी के बारे में बताया. युवती के साहस को देखकर डॉक्टर भी हैरान थे. अस्पताल से मिले उपचार के बाद युवती सीधे परीक्षा केंद्र पहुंच अपना सीईटी का पेपर दिया.