Alwar News: खैरथल जिले के मुंडावर विधानसभा अंतर्गत सुहेटा गांव में एक ऐसा स्कूल संचालित है जिसकी इमारत कभी भी गिर सकती है, वहां पढ़ने वाले नौनिहालों के सिर पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है, जिम्मेदार अफसर मामला संज्ञान में आने के बाद भी मौका निरीक्षण नहीं कर पाए.


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सुलेटा गांव में 1962 में महात्मा गांधी गॉर्वमेंट स्कूल का निर्माण किया गया, निर्माण के 62 साल बाद आज स्कूल अपनी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है, स्कूल के कमरे और बरामदा जर्जर हालत में है जिससे हमेशा बरामदे के गिरने का खतरा बना रहता रहता है.


सर्दी हो या गर्मी स्कूल के अध्यापकों को मंजूरी में बच्चों को खुले में बैठाकर शिक्षा दे रहे है, वहीं स्कूल में कुल 285 बच्चे अध्यन करते है लेकिन उनके शौचालय के लिए भी खास इंतजाम नहीं है. खासकर स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.


स्कूल में 139 बालक और 146 बालिकाएं शिक्षा लेने रोजाना स्कूल तो आते है लेकिन उनके लिए 8 कमरों के स्कूल में खुले आसमान में पढ़ाई करते है, आठवीं तक के विद्यालय में 10 अध्यापकों का स्टाफ है लेकिन कंप्यूटर क्या होता है इन बच्चों को आजतक नहीं पता, डिजिटल भारत के बाद भी इस स्कूल में कोई कंप्यूटर नहीं है, बदहाली के कगार पर स्कूल अपने मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है.