Tijara: अलवर के तिजारा कस्बे के हर चौराहे पर आवारा पशुओं का जमावड़ा देखने को मिलता है. आए दिन हादसे को न्योता देते नजर आ रहे हैं, लेकिन पालिका प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. नौनिहाल बच्चे रोड़ पर निकल नहीं पाते है. मुख्य मार्ग आवारा पशुओं के बैठने से हादसे का अंदेशा बना रहता है. 


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तिजारा कस्बे में आवारा पशुओं की भरमार देखने को मिल रही है. हर चौराहे पर दर्जनभर पशु मुख्य मार्ग पर बैठ जाते हैं, जो हादसे को न्योता देते नजर आ रहे हैं. ग्रामीणों ने इस संबंध में पालिका प्रशासन को कई बार अवगत करा दिया है, लेकिन पालिका प्रशासन ने ठोस कदम नहीं उठाए हैं.


नौनिहाल बच्चों का निकलना दुर्लभ हो जाता है और जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. आपस में सांड भीड़ मरते हैं. बाइक सवार और अन्य राहगीर चपेट में आ जाते हैं, जिससे घायल हो जाते हैं.


ग्रामीणों का कहना है कि पालिका प्रशासन आवारा पशुओं के खिलाफ अभियान चलाकर गौशाला भिजवाए और कोई अन्य स्थान पर भिजवाए जाए. आवारा पशुओं से आमजन परेशान हैं. ग्रामीणों ने शीघ्र ही पकड़ने की मांग की है. 


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