Jaipur news:  राजस्थान की पिंकसिटी को गार्बेज फ्री सिटी बनाने को लेकर अफसर अब फील्ड में उतर गए हैं.प्रमुख सचिव यूडीएच टी.रविकांत ने शनिवार को अवकाश के दिन करीब 4 घंटे तक दोनों नगर निगम आयुक्त और डीएलबी डायरेक्टर के साथ अलग-अलग साइट पर पहुंचकर घर-घर से कचरा कलेक्शन से लेकर उसके एंड डिस्पोजल तक की व्यवस्थाओं को बारिकी से देखा. 


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जयपुर शहर की मौजूदा सफाई व्यवस्था और उसमें क्या सुधार हो सकते है, इसकी ग्राउंड रिपोर्ट जानने आज प्रिसिंपल सेक्रेटी यूडीएच टी.रविकांत ने DLB डायरेक्टर सुरेश ओला,आयुक्त रुक्मणि रियाड़,और आयुक्त अभिषेक सुराना के साथ शहर का करीब 4 घंटे दौरा किया.इस दौरान उन्होंने शहर में घर-घर से कचरा कलेक्शन से लेकर उसके एंड डिस्पोजल तक की व्यवस्थाओं को बारिकी से देखा.


उन्होंने सेवापुरा,मथुरादासपुरा,लांगड़ियावास में बने डंपिंग यार्ड,वेस्ट टू एनर्जी प्लांट का निरीक्षण कर वहां 100 फीसदी कचरे का निरस्तारण अगले साल 25 जून तक शुरू करने के निर्देश दिए.ताकि शहर को कचरा मुक्त किया जा सके.सबसे पहले प्रमुख सचिव टी.रविकांत मुरलीपुरा जोन में डोर टू डोर कचरा संग्रहण के लिए शुरू की रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) सिस्टम और उसकी मॉनिटरिंग व्यवस्था को देखा.


उन्होंने इस सिस्टम के कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया और गाड़ियों की मॉनिटरिंग को और बेहतर करने और 100 फीसदी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करवाने पर जोर दिया.इस दौरान उन्होंने आमजन से भी कचरा कलेक्शन को लेकर फीडबैक लिया कुछ लोगों ने कचरा नहीं उठने की शिकायत भी की.


 निरीक्षण के दौरान मौजूद नगर निगम ग्रेटर की कमिश्नर रूकमणी रियाड़ और नगर निगम हैरिटेज कमिश्नर अभिषेक सुराना से इस तरह की व्यवस्था जल्द दूसरे जोन इलाकों में भी शुरू करवाने के निर्देश दिए.अभी ऐसी व्यवस्था जयपुर के मुरलीपुरा और मालवीय नगर जोन एरिया में ही चल रही है.उन्होंने लालडूंगरी ट्रांसफर स्टेशन की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद दोनो निगमो के दस ट्रांसफर स्टेशनों का आधुनिकरण करने का।प्लान बनाने के निर्देश दिए. 


मुरलीपुरा से निरीक्षण करने के बाद प्रमुख सचिव यूडीएच टी रविकांत सेवापुरा स्थित कचरा डंपिंग यार्ड पहुंचे,जहां उन्होंने कचरे के सेग्रिकेशन और डिस्पोजल की व्यवस्था देखी.उन्होंने यहां बंद पड़े कॉम्पोस्ट प्लांट का निरीक्षण करते उसे जल्द शुरू करवाने के लिए कहा.उन्होने यहां  करीब 4 हजार टन कम्पोस्ट बनाने और उसके बेचने की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए.


उन्होंने बताया कि अभी मथुरादासपुरा और सेवापुरा में संचालित लिगेसी वेस्ट रिमेडियेशन प्लांट से हर रोज 6000 टन कचरे का निस्तारण हो रहा है, शीघ्र ही इसकी क्षमता बढ़ाकर यहां आने वाले समस्त कचरे का सही से डिस्पोजल किया जा सकेगा.उन्होंने बताया कि यहां प्लाट से अभी हर रोज करीब 600 टन RDF तैयार हो रहा है, जिसे राजस्थान के विभिन्न सीमेंट प्लांट को भेजा जा रहा है.


 सेवापुरा का दौरा करने के बाद लांगडियावास स्थित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट पहुंचे. उन्होंने बताया कि इस प्लांट को शुरू होने में अभी एक साल से ज्यादा का समय लगेगा.इसके शुरू होने के बाद यहां 12 मेगावॉट तक बिजली उत्पादन किया जा सकेगा. इसके लिए प्लांट में हर रोज 1000 टन कचरे का उपयोग होगा. टी रविकांत ने दोनों ही निगमों के कमिश्नरों को शहर में उत्पन्न सी.एन डी वेस्ट के निस्तारण के लिए बेहतर प्लान बनाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने शहर में अलग-अलग स्थानों पर इनका डंपिंग यार्ड तैयार करने के लिए कहा.


 ताकि लोग टोल फ्री नम्बर पर कॉल करके निर्धारित शुल्क चुका कर नगर निगम के निर्धारित स्थल पर सी.एन.डी वेस्ट डाल सकेगें. इस वेस्ट को प्रोसेस करके सड़को के लिए इन्टर लॉन्किग टाईल्स, रोडी, बजरी आदि सिविल मैटेरियल तैयार हो सकेंगे.



बहरहाल,दोनो निगम सफाई व्यवस्था के लिए कटिबद्व है. आमजन से सहयोग की अपेक्षा है.आमजन व्यापारियों ,सामाजिक संगठन सभी लोग अपने-अपने घर और प्रतिष्ठान पर सूखे-गीले कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन रखें,कचरे को गाडी में डाले, खाली प्लॉट में कचरा नही डाले और सिंगल यूज प्लॉस्टिक के स्थान पर कपडे के थैलों का उपयोग करें. यदि हमारा शहर स्वच्छ और सुंदर रहेगा तो वह दिन भी दूर नहीं होगा जब स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर की तरह नंबर-वन आ सकेंगे.