Khairthal News: राजस्थान के भिवाड़ी में एक विभाग ही दूसरे विभाग को चूना लगा रहा है. जयपुर विद्युत वितरण निगम इन दिनों भिवाड़ी के सरकारी दफ्तरों में बिजली के बकाया बिल को लेकर बार बार नोटिस जारी कर रहा है, लेकिन कोई भी सरकारी विभाग इस नोटिस को सीरियस नहीं ले रहा है.  वहीं, इन सभी विभागों में सबसे ज्यादा बिजली का बिल नगर परिषद भिवाड़ी के ऊपर है. ऐसे में अब बिजली विभाग ने नगरपरिषद को नोटिस देकर जल्द ही परिषद की बिजली काटने को लेकर सख्ती दिखाने की बात कही है. 


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बिजली कटने से भिवाड़ी शहर में बढने लगेंगी परेशानिया
अगर भिवाड़ी बिजली बोर्ड ने सख्ती दिखाई तो भिवाड़ी शहर न सिर्फ अंधेरे में रहेगा बल्कि नगर परिषद के अधीन चलने वाले सात एसटीपी प्लांट भी बंद हो जाएंगे. अगर एसटीपी प्लांट बंद हो गए, तो पूरा भिवाड़ी शहर बदबू और गंदे पानी में जीने की कगार पर आकर खड़ा हो जायेगा. वहीं, पूरे खैरथल तिजारा जिले की बात करें, तो सड़कों पर रोशनी देने वाली स्ट्रीट लाइट का बकाया करीब 12 करोड़ 68 लाख है. इनमें सबसे ज्यादा भिवाड़ी नगर परिषद का है. करीब 3 करोड़ 34 लाख रुपए की देनदारी नगर परिषद के सिर पर है. 


एसटीपी प्लांट की बिजली काटने को मजबूर विद्युत वितरण निगम
इतना ही नहीं करीब 3 करोड़ 22 लाख रुपए भिवाड़ी में संचालित एसटीपी प्लांट के है, जिन्हे वसूलने के लिए अब बिजली बोर्ड ने कमर कस ली है. वहीं, करीब 81 लाख रुपए पीएचडी और करीब 11 लाख रुपए हाउसिंग बोर्ड पर विभाग के बाकी है. अधिक्षक अभियंता सुधीर पांडे की मानें, तो उन्होंने कई बार नोटिस दिया है,  लेकिन नगर परिषद बकाया जमा नहीं करवा रहा है. ऐसे में अब मजबूरी में उन्हें एसटीपी प्लांट की बिजली को काटना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदार खुद नगरपरिषद रहेगी.


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