वृंदावन धाम के महाराज हरिशरण दास का बानसूर दौरा, अवैध खनन को लेकर सरकार पर साधा निशाना
वृंदावन धाम के महाराज हरि शरण दास जी महाराज अपने एकदिवसीय दौरे को लेकर बानसूर पहुंचे जहां बानसूर के दंगाल चौक पर स्थित दयालवाली मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया वहीं हरि शरण दास महाराज ने ठाकुर जी मंदिर पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
अलवर: वृंदावन धाम के महाराज हरि शरण दास जी महाराज अपने एकदिवसीय दौरे को लेकर बानसूर पहुंचे जहां बानसूर के दंगाल चौक पर स्थित दयालवाली मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया वहीं हरि शरण दास महाराज ने ठाकुर जी मंदिर पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. मीडिया से मुखातिब होते हुए वृंदावन धाम के महाराज ने ब्रज भूमि पर चल रहे अवैध खनन तथा संतो द्वारा अवैध खनन के विरोध को लेकर आत्मदाह करने के मामले में राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा जिस ब्रजभूमि पर भगवान श्री कृष्ण का बचपन बीता है और वहां अवैध खनन हो इसको लेकर सरकार को सोचना चाहिए.
जिस महाराज जी ने आत्मदाह की है वो सनातन धर्म की रक्षा करने के लिए कदम उठाया. महाराज जी ने कहा कि जिस संत ने जो कहा वह करके दिखा दिया अब भी सरकार को जग जाना चाहिए और इस बारे में सोचना चाहिए. हजारों ऐसे मंदिर है जहां वह माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. भगवान उन भू माफियाओं को सद्बुद्धि दे और कम से कम मंदिर की जमीनों को छोड़ दें. इसके पश्चात मंदिर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के दौरान ठाकुर जी महाराज की पूजा अर्चना की गई. और मंदिर पर भंडारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की. वही भंडारा कार्यक्रम में पहुंचे श्रद्धालुओं ने वृंदावन धाम के महाराज हरि शरण दास जी महाराज का आशीर्वाद लिया और क्षेत्र में सुख शांति की कामना की इस मौके पर सज्जन मिश्रा, एडवोकेट पवन कौशिक, महेश सैन, प्रवेश बोहरा, राजेश शर्मा, ताराचंद सैनी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.
हरिशरण दास जी महाराज वृंदावन धाम के महाराज हरिशरण दास जी महाराज का कहना है कि ब्रज भूमि पर चल रहे अवैध खनन तथा संतो द्वारा अवैध खनन के विरोध को लेकर आत्मदाह करने के मामले में राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा जिस ब्रजभूमि पर भगवान श्री कृष्ण का बचपन बीता है और वहां अवैध खनन हो इसको लेकर सरकार को सोचना चाहिए. जिस महाराज जी ने आत्मदाह की है वो सनातन धर्म की रक्षा करने के लिए कदम उठाया. महाराज जी ने कहा कि जिस संत ने जो कहा वह करके दिखा दिया अब भी सरकार को जग जाना चाहिए और इस बारे में सोचना चाहिए. हजारों ऐसे मंदिर है जहां वह माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. भगवान उन भू माफियाओं को सद्बुद्धि दे और कम से कम मंदिर की जमीनों को छोड़ दें.
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