मॉब लिंचिंग में घायल व्यक्ति ने इलाज के दौरान तोड़ा दम, परिवार में छाया मातम
अलवर जिले में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें भीड़ तंत्र द्वारा सामूहिक रूप से हमला कर हत्या कर दी गयी. अलवर जिला कभी पहलू खान की हत्या से बदनाम हुआ तो कभी रकबर की मौत से, हाल ही कुछ समय पहले ट्रैक्टर चोरी के शक में चिरंजीलाल सैनी की विशेष समुदाय के लोगों द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर डाली.
Ramgarh: अलवर जिले में फिर एक बार मॉब लिंचिंग में हत्या का मामला सामने आया है. यहां बड़ौदा मेव थाना क्षेत्र के अहमदबास निवासी किशन कुमार को 29 अगस्त विशेष समुदाय से जुड़े लोगों ने पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था, जिसकी इलाज के दौरान सोमवार रात को मौत हो गयी. मौत की खबर आते ही घर परिवार में मातम छा गया.
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अलवर जिले में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिसमें भीड़ तंत्र द्वारा सामूहिक रूप से हमला कर हत्या कर दी गयी. अलवर जिला कभी पहलू खान की हत्या से बदनाम हुआ तो कभी रकबर की मौत से, हाल ही कुछ समय पहले ट्रैक्टर चोरी के शक में चिरंजीलाल सैनी की विशेष समुदाय के लोगो द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर डाली. अब एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें बड़ौदा मेव थाना क्षेत्र के अहमदबास निवासी किशन जाटव पर 29 अगस्त को विशेष समुदाय से जुड़े लोगों ने हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया, जिसकी जयपुर में एसएमएस में इलाज के दौरान मौत हो गयी.
क्या था पूरा मामला
किशनलाल जाटव के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद उसकी पत्नी संतरा देवी ने बड़ौदा मेव थाने में जो रिपोर्ट लिखाई, उसमें बताया गया रक्षाबंधन से दो दिन पहले अज्जू मेव पुत्र बनिया जाती मेव हमारे घर के आगे से तेज गति से मोटरसाइकिल लेकर जा रहा था, जिससे हमारा एक छोटा बच्चा बमुश्किल बच पाया था, जिसका उल्हाना देने के लिए किशनलाल अज्जू मेव के पास गया था. जिसपर अज्जू मेव आग बबूला हो गया. उसके बाद इन्होंने रक्षाबंधन के दिन घर आकर हमला किया, जिसमें हाथ पैर जोड़कर जान बचाई. इस दौरान अज्जू मेव और उसके परिवार जनों ने किशन लाल को जान से मारने की धमकी दी.
29 अगस्त को किशनलाल जाटव अपनी मोटरसाइकिल से लक्ष्मणगढ घर के सामान की खरीददारी करने के लिए निकला था. वहां से वापसी के समय दोपहर करीब एक से दो के बीच साराई अहमदबास के बीच वह पेशाब करने के लिए रुका था ,तभी मोटर साइकिलों पर आए अजू मेव और उसके दो साले और सोराइ निवासी निक्को मेव ने वहां पहुंच कर घेराबंदी कर किशनलाल पर लाठी डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया.
सोराई के दो बच्चों ने किशनलाल के घर जाकर इसकी सूचना दी, जिसपर परिजन उसे लेकर लक्ष्मणगढ सीएचसी पहुंचे लेकिन हालत गम्भीर होने पर उसे अलवर रेफर कर दिया गया. अलवर सामान्य चिकित्सालय से परिजन उसे अलवर में ही एक निजी अस्पताल लेकर गए, जहां से भी किशनलाल को जयपुर रैफर कर दिया गया.
किशनलाल हार गया जिंदगी की जंग
आखिर 20 दिन बाद एसएमएस में भर्ती किशनलाल जाटव ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जयपुर में ही शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई. इधर घर पर किशन लाल की मौत की खबर आते ही घर मे मातम छा गया. 29 अगस्त की घटना के बाद पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियो की तलाश में जुटी है. अब किशनलाल की मौत के बाद पुलिस इसमें हत्या की धाराएं और जोड़ सकती हैं.
Reporter- Jugal Kishor