Ram Navami 2024: पूरे भारत में भगवान राम के असंख्य भक्त हैं. ऐसे में कई लोग ऐसे भी जो खुद को श्रीराम के वंशज बताते हैं. इसी के चलते आज हम आपको एक ऐसे राजा की कहानी बताने जा रहे हैं, जो खुद को भगवान राम का अवतार बताते थे. 


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यह राजा हमेशा अपने हाथों में दस्ताने पहना करते थे, ताकि किसी से उनका संपर्क न हो जाए. कहा जाता है कि बाद में उन्हें देश निकाला दे दिया गया था. ये राजा अलवर के महाराजा जय सिंह थे. 



राजा खुद को कहता था भगवान राम का अवतार 
अलवर के महाराजा जय सिंह खुद को भगवान राम का अवतार बताते थे. इतिहासकार डोमिनिक लॉपियर और लैरी कॉलिन्स ने अपनी चर्चित किताब 'फ्रीडम एड मिडनाइट' में लिखा है अलवर के महाराजा जय सिंह का स्वभाव काफी आकर्षक था उनके शासन के दौरान वायसराय उनके प्रभाव में रहे. 



नहीं उतारते थे दस्ताने 
महाराजा जय सिंह खुद को भगवान राम का अवतार कहते थे इसलिए हमेशा काले दस्ताने पहने रहते थे ताकि उनकी उंगलियां किसी इंसान को छूककर अपवित्र ना हो जाएं. वे कभी भी अपने दस्ताने नहीं उतारते थे. 



जिंदा घोड़े को लगा दी थी आग 
महाराजा जय सिंह के मन में जानवरों के प्रति जरा भी दया नहीं थी. एक बार की बात है कि पोलो मैच के दौरान उनका घोड़ा बिदक गया था, वह आगे नहीं बढ़ रहा था. ऐसे में  महाराजा को लगा कि बेइज्जती हो रही है. वहीं, उनको इतना गुस्सा आया कि उन्होंने मिट्टी का तेल डालकर घोड़े को आग लगा दी. घोड़ा वहीं मर गया. 



शेर के आगे डाल देते थे जिंदा बच्चा 
महाराजा जय सिंह जब शिकार करने जाते थे तो वह पहले जिंदा बच्चे को शेर के आगे कर देते. ये बच्चे वह किसी गरीब परिवार के पकड़कर मंगवाते थे. वहीं, लोगों को कहते थे जब तक शेर बच्चे तक आएगा, महाराज उसका शिकार कर लेंगे. 


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