अलवर: मंदिर के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन, छत पर खेलने गया बच्चा चपेट में आया, इलाज के दौरान हुई मौत
अलवर भिवाड़ी के खानपुर गांव में तार की चपेट में आकर एक आठ साल के बच्चे की मौत हो गई. खानपुर गांव में मंदिर के ऊपर से खुले में जा रही एक हाई टेंशन लाइन से एक 8 वर्षीय मासूम छू गया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया. दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
Tijara News: भिवाड़ी के खानपुर गांव में मंदिर के ऊपर से खुले में जा रही एक हाई टेंशन लाइन से एक 8 वर्षीय मासूम छू गया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया. दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना शुक्रवार शाम 4:30 बजे की बताई जा रही है. इस घटना को लेकर परिजनों सहित ग्रामीणों में विद्युत विभाग के कर्मचारियों के प्रति भारी रोष व्याप्त और परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही
भिवाड़ी में एक बार फिर से बिजली विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. अलवर बाईपास पर स्थित खानपुर गांव में प्रशासन की लापरवाही के कारण यहां 8 साल के एक मासूम की जान चली गई , इसी तरह का हादसा गत 13 अक्टूबर को भी भगत सिंह कॉलोनी के एक घर में वाईफाई लगाने गए युवक की हाईटेंशन की लाइन की चपेट में आने से मृत्यु हो जाने का सामने आया था. उस घटना को अभी एक महीना भी नही हुआ है कि शनिवार को यह दूसरी घटना सामने आई है जहां एक मासूम को अपनी जान गवानी पड़ी है.
8 वर्षीय लक्ष्य की मंदिर की छत पर खेलने के दौरान हुआ हादसा
दरअसल खानपुर गांव में स्थित मंदिर की छत के ऊपर मात्र 2 फीट की ऊंचाई से हाईटेंशन बिजली की लाइन गुजर रही है. हैरानी की बात यह है कि लाइन के तार बिना कवर के ही हैं. शुक्रवार शाम को खानपुर गांव का ही 8 वर्षीय लक्ष्य पुत्र कर्मवीर मंदिर की छत पर खेलने के लिए चला गया और खेलते खेलते मंदिर की छत पर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के तार से उसका सर छू गया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया और मौके पर ही गिर पड़ा.
आसपास के लोगों की नजर पड़ते ही लक्ष्य को भिवाड़ी के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए रात को ही दिल्ली के लिए रेफर कर दिया. दिल्ली में सफदरजंग अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान लक्ष्य की मौत हो गई , 8 वर्षीय लक्ष्य की मौत की सूचना सुनते ही पूरे गांव में मातम छा गया और उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है.
इधर घटना की सूचना आसपास क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और ग्रामीणों सहित आसपास के लोगों में इस घटना को लेकर विद्युत विभाग के कर्मचारियों के प्रति भारी रोष व्याप्त है. ग्रामीणों ने बताया कि विद्युत लाइन को मंदिर की छत से शिफ्ट करने के लिए कई बार अधिकारियों को लिखित में सूचना दी जा चुकी है लेकिन इस और न विद्युत विभाग के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी ने अभी तक ध्यान दिया है.
भिवाड़ी विद्युत विभाग के अधिकारियों की मानवता तो तब मर गई जब इस हादसे की सूचना लगने के बाद भी डिस्कॉम का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी अभी तक मौके पर पहुंचा.
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चार बहनों में इकलोता सबसे छोटा भाई था लक्ष्य
बता दें हादसे का शिकार हुआ 8 वर्षीय लक्ष्य के चार बड़ी बहने हैं, लक्ष्य इन सभी बहनों से सबसे छोटा है जो गांव में ही एक विद्यालय में पढ़ता है. लक्ष्य की बहने भी अपने इकलौते भाई को खो चुकी हैं और उनका भी रो रो कर बुरा हाल हो रहा है. लक्ष्य के पिता कर्मवीर कंपनी में मजदूरी का काम करते हैं और अपने बच्चों के लिए रोजी-रोटी का जुगाड़ करते हैं इस हादसे के बाद कर्मवीर भी अपने बेटे लक्ष्य के साथ दिल्ली में ही है बताया जा रहा है कि कल पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराने के बाद ही लक्ष्य के शव को गांव लाया जाएगा.
लक्ष्य के परिवार वाले अपने बेटे की मौत का इंसाफ चाहते हैं
अपने 8 वर्षीय बेटे को खो चुके परिवार के लोग अब इंसाफ की मांग कर रहे हैं परिवार वालों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही की वजह से आज उनका बेटा उनके बीच नहीं है इस हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा भी मिलना चाहिए. वहीं भिवाड़ी डिस्कॉम के एईएन कालूराम शर्मा ने बताया कि वह किसी काम से जयपुर आए हुए हैं हादसे की सूचना उनको लगी है मौके पर कर्मचारियों को भेजा गया है मामले की जांच करवाई जा रही है.
इधर मौके पर गए डिस्कॉम के जेईएन अभिषेक ने बताया कि लाइन मंदिर के पास से जा रही है वैसे तो पूरी लाइन इंसुलेटेड है लेकिन मंदिर की छत पर तार बिना कवर के ही लगा हुआ है वहीं पर बच्चा खेलते हुए तार को टच हो गया और उसकी मौत हो गई. लाइन को आबादी क्षेत्र से हटवा कर एग्रीकल्चर क्षेत्र से निकला जाएगा.