Alwar News : अलवर के नारायणपुर में सरिस्का बाघ परियोजना की तालव्रक्ष रेंज में आबादी क्षेत्र में भालू के मूवमेंट से ग्रामीणों मे दहशत बन गयी है , ऐसा माना जा रहा है हाल ही में माउंट आबू से लाया गये भालूओ को जंगल रास नहीं आ रहा और वह आबादी में घुसने लगे है.


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रात को सात बजे के लगभग सरिस्का बाघ परियोजना का भालू नारायणपुर पीर बाबा के पास नालों में आ पहुंचा. जो दिन में ठेकला की ढाणी के पास मढ़ा वाली ढाणी में उमराव लाल गुर्जर के मकान के आसपास देखा गया, तालवृक्ष रेंज के वनकर्मी एवं घाटा चौकी के कर्मचारी उसकी निगरानी में बैठे रहे लेकिन बाहर नहीं निकला.


सायं करीब आठ बजे उमराव गुर्जर के मकान की बुखारी से बाहर निकला और वह नारायणपुर की ओर जाने लगा. लेकिन भालू का नारायणपुर कस्बे की ओर मूवमेंट को देख वन कर्मचारियों के पसीने छुट गए. और कस्बे की ओर नहीं जाए जिसके लिए उसके आगे गाड़ी लगा कर रास्ता रोकने का प्रयास किया गया. लेकिन अभी तक भालू वनकर्मीयो की पकड़ से दूर है. तालवृक्ष क्षेत्रीय वन अधिकारी दलीप कुमार अपनी टीम के साथ मौके ओर तैनात है .


तथा भालू का नारायणपुर की ओर रुख को बदलने का टीम प्रयास कर रही है और टीम भालू के पिछे लगी हुई. वनकर्मीयो की टीम को कल भी दिनभर भारी मशक्कत करनी पड़ी , कही भालू कस्बे में नहीं चला जाए टीमें उसका रुख बदलने में लगी हुई है. वनकर्मीयो ने भालू का मूमेंट बदलने की बहुत प्रयास किया लेकिन मूमेंट नहीं बदल पाए हैं.


बताया जा रहा है भालू रात को नारायणपुर से चतरपुरा,नीमूचाना गांव में चला गया. उसके बाद भालू बिलाली गांव में पहुंच गया. वहां पहाड़ की ओर मूमेंट बताया जा रहा है. दूसरा भालू काली पहाड़ी इलाके में चला गया है और वह पहाड़ पर जाने की बात कही जा रही है जिससे उसके सिग्नल टूटने लगे हैं. वनकर्मीयो को भालूओं के लगी टीम के पसीने छूट रहे हैं.


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