Alwar News: विवेकानन्द संदेश यात्रा के अलवर आगमन पर कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें बाहर से आए कवियों के जरिए शानदार काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया. बल्देव मथुरा से पधारे वरिष्ठ कवि राधा गोविन्द पाठक ने स्वामी के व्यक्तित्व को छूता हुआ गीत "हम महज एक योगी हैं रमते हुए." गीत प्रस्तुत किया. 


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 नानक नवीन कामां से पधारे कवि नानक नवीन ने ब्रज भाषा में लिलहारी गीत द्वारा स्वतन्त्रता संग्राम के शहीदों को नमन किया. वरिष्ठ व्यंग्यकार सुरेन्द्र सार्थक डीग ने अपनी " स्वर्ग नरक कविता पढ़कर उपस्थित श्रोताओं को खूब गुदगुदाया, गीतकार प्रवेन्द्र पण्डित ने "भाव पथ स्वतन्त्र हो गया." रचना प्रस्तुत कर युवाओं को स्वामी जी के जीवन से प्रेरणा लेने  के लिए प्रेरित किया. 


 जयपुर से पधारे कवि किशोर पारीक, विवेकानंद शर्मा, व भगवान सहाय पारीक ने सम सामयिक कविताएं प्रस्तुत कर कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान की, दिल्ली से आए ओज के युवा कवि उमाकांत विरमूल व नगर के धर्मेंद्र शर्मा ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित श्रेष्ठ काव्य पाठ किया. कार्यक्रम रात 11 बजे तक चला. कार्यक्रम के प्रारंभ में विवेकानंद केंद्र की प्रांत प्रमुख प्रांजली दीदी ने उपस्थित श्रोताओं के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए. यात्रा के साथ यात्रा संयोजक स्वतंत्र कुमार शर्मा, यात्रा प्रमुख अशोक खंडेलवाल  और ओ पी गुप्ता सहित अनेक यात्रियों ने कार्यक्रम को स्थानीय लोगों के साथ अन्त तक सुना. संदेश यात्रा समिति के अध्यक्ष डॉ० के के गुप्ता ने सभी कवियों का माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया तथा सफल आयोजन के लिए कवि संगम का आभार व्यक्त किया.


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