Alwar news: राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ उपखंड क्षेत्र के बाधोली गांव के सरकारी प्राइमरी स्कूल में टीचर दिनेश कुमार मीणा द्वारा एक 11 साल की बच्ची को बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया. इस मामले में बच्ची की गलती बस इतनी थी कि उसने गिनती नहीं सुनाई तो टीचर का गुस्सा बच्ची पर फूट पड़ा. गीली लकड़ी से बच्ची को मास्टर ने इतनी बेरहमी से पीटा की बच्ची के शरीर पर लकड़ी के निशान ऊपड गए. बच्ची की हालत इतनी गंभीर हो गई की पिता जब इस बात का उलाहना देने के लिए मास्टर के पास पहुंचा तो मास्टर उसके साथ लड़ने को उतारू हो गया. 


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अपनी घायल बेटी काजल को लेकर पिता गुरदेव सिंह पुत्र दिलीप सिंह जाति रायसिख निवासी बांधोली एसडीएम अमित कुमार वर्मा के समक्ष शिकायत लेकर पहुंचा. जहां पर एसडीएम अमित कुमार वर्मा ने ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रमेश गांधी को एसडीएम कार्यालय में तुरंत बुलाया और टीचर के विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए. उसी समय टीचर दिनेश कुमार मीणा भी एसडीएम के समक्ष पेश हो गया. 


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जिसने अपना सारा गुनाह कबूल कर लिया. तो एसडीएम ने उसको खरी खोटी सुनाते हुए खूब लताडा. विभागीय कार्रवाई में टीचर को एपीओ कर दिया. मास्टर की दबंगई देखो जब मीडिया कर्मियों ने बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में उससे पूछना चाहा तो उनको भी उटपटांग बोलने को उतरु हो गया. बच्ची के शरीर पर निशान को देखकर एसडीएम कार्यालय के बाहर लोगों की भीड़ लग गई.वही रामगढ़ से ज्योतिरमन वशिष्ठ ने कहा कि ऐसे अपराध करने वाले को सबसे सख्त सजा मिलनी चाहिए. 


जिसने 11 साल की बेटी को बेरहमी से पीट कर अधमरा कर दिया. वहीं मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी रमेश गांधी का कहना है कि टीचर ने जो अपराध किया है उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. तुरंत कमेटी गठित कर मोका जांच कर एपीओ कर दिया. लेकिन उससे पहले एसडीएम ने मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को एसडीएम कार्यालय में बुलाकर परिजनों व ग्रामीणों के बयान पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए.