रामगढ़: बेटी को लेने गए पिता रो-रो कर लौटे खाली हाथ, कारण जान रो पड़े लोग..
रामगढ़ में दहेज के लिए ससुराल जनों की प्रताड़ना झेल रही बेटी को लेने उसके ससुराल पहुंचे और पिता को खाली हाथ अपने घर लौटना पड़ा.
Ramgarh: राजस्थान के रामगढ़ में दहेज के लिए ससुराल जनों की प्रताड़ना झेल रही बेटी को लेने उसके ससुराल पहुंचे. पिता को खाली हाथ अपने घर लौटना पड़ा, लेकिन घर लौटने के 2 घंटे बाद ही बेटी की मौत की सूचना ने उसे झकझोर दिया. अब मृतक बेटी ताराबाई पत्नी संजय मेघवाल निवासी खोह के पिता धर्म सिंह पुत्र मम्मन राम मेघवाल निवासी सींगराका थाना रामगढ़ ने दहेज के लिए बेटी की हत्या करने का मामला आरोपी ससुरालजनों के विरुद्ध कराया है.
यह भी पढ़ें- रामगढ़: सैनिक की पार्थिव देह पहुंची गांव, नम आंखों से दी श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि घटना मंगलवार सुबह की है. पीड़ित पिता धर्म सिंह पुत्र मम्मन राम मेघवाल निवासी सींगराका ने पुलिस रिपोर्ट में बताया कि 6 वर्ष पूर्व उसने अपनी दो बेटियों आशा बाई और ताराबाई का विवाह हेमंत और संजय पुत्र छोटेलाल जाति मेघवाल निवासी खोह के साथ संपन्न कराया था.
विवाह में एक मोटरसाइकिल सहित अन्य दान दहेज भी दिया था, लेकिन ससुरालजन एक ही मोटरसाइकिल देने से खफा थे और छोटी बेटी ताराबाई को प्रताड़ित करने लगे. इस बीच ताराबाई ने दो पुत्रियों को जन्म दिया तो ससुराल जन और भी खफा हो गए और आए दिन ताराबाई से मारपीट करने लगे.
बेटी को जिवीत नहीं ला सका पिता
मृतक विवाहिता ताराबाई के पिता धर्म सिंह मेघवाल ने बताया कि लगातार बेटी के साथ मारपीट की सूचना पर वह सोमवार को ही अपने साले रूपचंद के साथ बेटी के ससुराल खोह गांव गया था. मान मनोव्वल के बावजूद भी ससुराल पक्ष के लोग नहीं माने तो मंगलवार सुबह बेटी को साथ ले जाने का प्रयास किया, लेकिन ससुरालजनों ने उसकी बेटी को नहीं भेजा, जिस पर सुबह 8 बजे वह अपने गांव सींगराका लौट गया।घर लौटने के कुछ ही देर बाद बेटी की मौत की सूचना मिली.
पीड़ित पिता ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि ससुराल जनों ने उसकी बेटी को गला घोट कर मार दिया और आत्महत्या दिखाने के लिए फंदे से लटका दिया. पुलिस ने पिता धर्म सिंह की रिपोर्ट पर विवाहिता के पति संजय, ससुर सहीत अन्य परिवार जनों पर हत्या किए जाने के आरोप लगाए हैं.