Ashok Gehlot - Rameshwer Dadich: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ जोधपुर में बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. राजस्थान में विपक्ष में बैठी बीजेपी ने कांग्रेस में सेंध लगाते हुए सीएम अशोक गहलोत के बाल सखा और उनके करीबी पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच को अपने साथ जोड़ लिया. जोधपुर के पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच के बीजेपी में शामिल होने को सीएम अशोक गहलोत ने भी दुखद बताया है. गहलोत ने कहा कि दाधीच के जाने का उन्हें दुख है. सीएम ने कहा कि दाधीच ने उनके साथ लम्बे समय तक काम किया और अब बिना किसी कारण ही वे बीजेपी में चले गए. गहलोत ने कहा कि उनके जाने का कोई तुक नहीं बनता.


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दरअसल रामेश्वर दाधीच ने जोधपुर के सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया था और गुरूवार को अपना नामांकन वापस भी ले लिया. नामांकन वापस होने के साथ ही दाधीच बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चार्टर प्लेन से जयपुर पहुंचे और बीजेपी में शामिल हुए. दाधीच ने कहा कि जिनके कहने से उन्होंने पर्चा भरा, उनके कहने से ही वापस ले लिया. इस बयान के बाद माना जा रहा था कि उन्होंने संभवतय अपनी पार्टी के किसी नेता के कहने से पर्चा भरा और वापस लिया, लेकिन पर्चा वापस लेकर बीजेपी में शामिल होने के कदम से दाधीच ने सबको चौंका दिया. बीजेपी में आने के बाद दाधीच ने कहा कि, 'मुझे खुशी है कि मैं भाजपा परिवार का सदस्य बना हूं. ' उन्होंने कहा कि, मेरे जीवन का उद्देश्य है राजनीति में रहते हुए लोगों की सेवा करना. मेरे भाजपा में शामिल होने के कुछ कारण हैं. दाधीच बोले कि, हमारे नेता और प्रधानमंत्री मोदी इस देश के विकास में उनके कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं. दाधीच बोले, प्रधानमंत्री मोदी में निर्णय लेने की क्षमता है और उस क्षमता से वे प्रभावित भी रहे हैं. दाधीच ने कहा कि मोदी अगर प्रधानमंत्री नहीं होते तो राम मन्दिर भी मुश्किल ही बनता.


गुरूवार को भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी और केंद्रीय मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने दाधीच को जॉइनिंग कराई थी. बीजेपी के इस कदम को कांग्रेस के कैम्प में बड़ी सेंध के रूप में देखा जा रहा है.


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