सीकर की तीन सीटों पर भाजपा ने घोषित किए उम्मीदवार, जानें क्या है मजबूती-कमजोरी
भाजपा ने दुर्गा पूजा के सप्तमी के दिन एक जंबो लिस्ट जारी की जिसमें सीकर और नीम का थाना से उम्मीदवारों की घोषणा की है भाजपा ने जहां नीम का थाना से प्रेम सिंह बाजोर को फिर से टिकट दिया है तो वहीं डच से गोवर्धन वर्मा को टिकट मिला जबकि श्रीमाधोपुर से झाबर सिंह खर्रा एक बार फि
Sikar Vidhansabha Election: भाजपा ने दुर्गा पूजा के सप्तमी के दिन एक जंबो लिस्ट जारी की जिसमें सीकर और नीम का थाना से उम्मीदवारों की घोषणा की है भाजपा ने जहां नीम का थाना से प्रेम सिंह बाजोर को फिर से टिकट दिया है तो वहीं डच से गोवर्धन वर्मा को टिकट मिला जबकि श्रीमाधोपुर से झाबर सिंह खर्रा एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है जाने इन सीटों का समीकरण
नीमकाथाना से प्रेम सिंह बाजोर को टिकट
भाजपा ने आज प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी. नीमकाथाना से भाजपा ने पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर पर विश्वास जताते हुए प्रत्याशी घोषित किया. नीम का थाना में भाजपा ने पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर को प्रत्याशित घोषित करने के बाद कार्यकर्ताओं में भी काफी उत्साह है. कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी. बता दें नीम का थाना में पूर्व विधायक प्रेम सिंह बाजोर दो बार विधायक रह चुके हैं. इस बार भी भाजपा ने प्रेम सिंह बाजोर पर विश्वास जताते हुए प्रत्याशी के रूप में उन्हें टिकट दिया. नीमकाथाना से भाजपा से वर्ष 2003 व 2013 में दो बार चुनाव जीत चुके है. भाजपा सरकार ये दोनों बार ही सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष रहे. पिछले कार्यकाल में इन्होंने राजस्थान में गांव-गांव शहीदों की मूर्ति लगवाई है.
धोद से गोवर्धन वर्मा को टिकट
Rajasthan Vidhansabha Election: भाजपा की दूसरी सूची में धोद विधानसभा क्षेत्र में गोवर्धन वर्मा का नाम घोषित किया है. धोद विधानसभा क्षेत्र एससी के लिए आरक्षित है. गोवर्धन वर्मा पहले प्रधान रह चुके हैं, तो 2013 से 2018 के तक धोद से विधायक रह चुके हैं. गोवर्धन वर्मा पिछली बार कांग्रेस के कदवार नेता परसराम मोरदिया से चुनाव हार गए थे. इस बार भाजपा ने दोबारा इन पर दाव खेला है. गोवर्धन वर्मा धोद विधानसभा क्षेत्र के सरवड़ी के रहने वाले है.
श्रीमाधोपुर से झाबरसिंह खर्रा को टिकट
श्रीमाधोपुर सीकर भाजपा प्रत्याशी झाबरसिंह खर्रा 1997 में राजनीति में सक्रिय हुए. इससे पहले राजकीय सेवा में कार्यरत्त थे. पहली बार 2004 में पिता हरलाल सिंह खर्रा के श्रीमाधोपुर से विधायक बनने पर जिला परिषद में सीट खाली होने पर उपचुनाव में जिला परिषद का चुनाव लड़ा और विजयश्री हासिल की. उसके बाद 2005 से 2013 तक लगातार दो बार पंचायत समिति प्रधान रहे. उसके बाद पहली बार 2013 में श्रीमाधोपुर से विधायक का चुनाव लड़ा और 2018 तक विधायक रहे हैं. झाबर सिंह खर्रा शिक्षा में बीकॉम पास कर रखी है. 1997 से पहले झाबर सिंह खर्रा सरकारी सेवा में लघु उद्योग निगम में पद स्थापित थे.
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