Rajasthan New CM : क्या एक बार फिर से राजस्थान में होगा - केसरिया में हरा-हरा
Rajasthan New CM : 2013 के चुनावों से पहले एक बहुत पॉपुलर नारा था, केसरिया में हरा-हरा-राज करेगी वसुंधरा. हालांकि इस बार के चुनावों में वसुंधरा राजे को सीएम फेस की तरह प्रोजेक्ट नहीं किया गया था, फेस मोदी थे लेकिन अब जब बीजेपी को बहुमत मिल गया है और जयपुर दिल्ली के बीच की दूरी कम हो गयी है...सवाल ये कि क्या ये नारा फिर गूंज सकता है.
Rajasthan New CM : 2013 के चुनावों से पहले एक बहुत पॉपुलर नारा था, केसरिया में हरा-हरा-राज करेगी वसुंधरा. हालांकि इस बार के चुनावों में वसुंधरा राजे को सीएम फेस की तरह प्रोजेक्ट नहीं किया गया था, फेस मोदी थे लेकिन अब जब बीजेपी को बहुमत मिल गया है और जयपुर दिल्ली के बीच की दूरी कम हो गयी है...सवाल ये कि क्या ये नारा फिर गूंज सकता है.
पिछली बार वसुंधरा राजे के चेहरे पर बीजेपी चुनाव में उतरी और चुनाव हारी. इसलिए इस बार चेहरा पीएम मोदी का रखा गया, हालांकि वसुंधरा समर्थकों का कहना था कि राजस्थान में सरकार बदलने की परंपरा रही है और पिछली हार का ठीकरा वसुंधरा के माथे फोड़ना सही नहीं होगा. ऐसा लगा मानों पार्टी के अंदर ही वसुंधरा राजे का विकल्प खोजा जाने लगा था ,लेकिन राजे की जगह आज भी कोई नहीं ले सका है.
क्या सच में बीजेपी के पास सीएम के तौर पर एक मास अपील रखने वाला चेहरा नहीं है. चाहे बात केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की हो, जो 2019 लोकसभा चुनाव में अशोक गहलोत के बेटे वैभव को चुनाव में हरा चुके है और पीएमओ में भी पहुंच रखते हैं. या फिर बात हो राजघराने की राजकुमारी दीया कुमारी की या फिर सोशल मीडिया पर छाए भगवाधारी बालक नाथ की ....सीएम कौन होगा ये फैसला करना केंद्रीय नेतृत्व के लिए आसान नहीं होगा.
थोड़ा पीछे चले तो जब राज्यपाल का नाम फाइनल करने की बारी आई थी तो वसुंधरा को राज्यपाल बनाने के बारे में विचार तक नहीं हुआ. मतलब साफ था कि आलाकमान वसुंधरा को फिलहाल एक्टिव पॉलिटिक्स से बाहर नहीं करना चाहता था और चुनाव से ठीक पहले राजस्थान बीजेपी के पोस्टरों के गायब हो चुकी राजे की फिर से पोस्टर बैनर में एंट्री हो गयी. पीएम मोदी की सभाओं में भी राजे को तरजीह मिली.
फिलहाल चल रहे घटनाक्रमों की बात करें तो दिल्ली गए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह का चार्टर प्लेन से जयपुर आना हो या फिर वसुंधरा राजे के घर पिछले कुछ वक्त में बढ़ी गहमागहमी हो. 13 सिविल लाइंस पर वसुंधरा राजे से विधायकों की मुलाकात जारी है. कई विधायक जिसमें अजय सिंह किलक, जोगाराम और अरुण चौधरी के साथ कई नाम शामिल हैं, वसुंधरा राजे से मुलाकात कर रहे हैं. ये साफ है कि वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे हैं. हालांकि राजस्थान विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारे गये 7 सांसदों में से जीते 4 सांसद- दीया कुमारी, बाबा बालक नाथ, किरोड़ी लाल मीणा और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ में से दो नाम मुख्यमंत्री की रेस में बताये जा रहे है.