Banswara: राजस्थान के बांसवाड़ा शहर के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय में देर रात को जमकर हंगामा हुआ. चिकित्सालय के गायनिक वार्ड के बाहर गर्भवती महिला के परिजन धरने पर बैठ गए. चिकित्सकों द्वारा गर्भवती को रात को रेफर करने की बात पर परिजन गुस्साए और धरने पर बैठे. वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से समझाइश की और धरना खत्म किया. 


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राजस्थान के बांसवाड़ा शहर के महात्मा गांधी अस्पताल में रात को एक गर्भवती महिला को डॉक्टर द्वारा रेफर करने को कहा तो उसके परिजन अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गए. नापला गांव के देवीलाल अपनी पत्नी को लेकर एमजी अस्पताल पहुंचा और भर्ती कराया. हालत खराब होने पर डॉक्टरों ने रात को रेफर करने को कहा तो परिजन विरोध करने लगे और वहीं धरने पर बैठ गए. 


बाद में डीएसपी सूर्यवीरसिंह राठौड़ और कोतवाल रतन सिंह चौहान चिकित्सालय पहुंचे और धारा 144 हवाला देकर परिजनों से समझाइश कर धरने से उठाया. बाद में महिला को उदयपुर के लिए रेफर कर दिया गया. 


परिजनों का कहना है कि महिला का शुरू से ही इलाज इस चिकित्सक से चल रहा था, जिसने पहले तो कहा कि यहीं प्रसव हो जाएगा, लेकिन एन वक्त पर रेफर करने का कह दिया, जिस कारण से परिजनों ने हंगामा किया. 


प्रमोद डिंडोर ने बताया कि गर्भवती महिला को कल चिकित्सालय में भर्ती किया था. चिकित्सक ने कहा कि सेहत बढ़िया है और यही डिलीवरी करा देंगे. वही रात को अचानक से चिकित्सक ने रेफर करने की बात कह दी, जिस पर हमने विरोध किया. 


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चिकित्सक के पास ही शुरू से इलाज चल रहा है, लेकिन एंड टाइम पर चिकित्सक का रेफर करने की बाद पर परिजनों ने आक्रोश व्यक्त किया और इस मामले का विरोध किया. हालांकि रात को गर्भवती को उदयपुर रेफर कर दिया गया. 


Reporter- Ajay Ojha 


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