Rajasthan : जानिए, बांसवाड़ा पुलिस ने ब्राह्मणों पर ऐसा क्या ट्वीट किया कि बवाल हो गया, अब दे रहे सफाई
Banswara Police tweet on Brahmins : राजस्थान में बांसवाड़ा पुलिस के ट्वीटर अकाउंट से वल्लथोल नारायण मेनन जयंती पर किए गए ट्वीट में ब्राह्मण जाति पर विवादित टिप्पणी की गई. जिसे बाद में हटा दिया गया और संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर पर कार्रवाई की गई. जानिए क्या है पूरा मामला
Banswara Police tweet on Brahmins : राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में जिला पुलिस के ट्वीटर अकाउंट से ब्राह्मण समाज पर विवादित टिप्पणी का मामला सामने आया है. 16 अक्टूबर 2022 के दिन बांसवाड़ा पुलिस के ट्वीटर अकाउंट से वल्लथोल नारायण मेनन की जयंती पर ट्वीट किया गया. जिसमें ब्राह्मण समाज पर टिप्पणी भी की गई. इसके बाद से ब्राह्मण समाज में आक्रोश है. ये बात राजस्थान पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंची तो संज्ञान लिया गया. कुछ ही देर में ट्वीटर अकाउंट से वो पोस्ट हटा दी गई. और जिस पुलिसकर्मी ने ये पोस्ट की थी उसके खिलाफ जांच भी शुरु कर दी गई
क्या था पूरा मामला
16 अक्टूबर 2022 को वल्लथोल नारायण मेनन की जयंती पर बांसवाड़ा पुलिस के अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा गया कि "वल्लथोल नारायण मेनन एक मलयालम और राष्ट्रवादी कवि थे. उन्हौनें भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के विभिन्न पहलुओं पर कविताओं की एक पूरी श्रंखला लिखी. उन्हौने जाति व्यवस्था, अंग्रेजों और ब्राह्मणों के अत्याचार और अन्य सामाजिक रूढ़िवादियों के खिलाफ भी लिखा"
बांसवाड़ा पुलिस के इस ट्वीट में जो पोस्टर डाला गया उसमें बांसवाड़ा एसपी राजेश कुमार का फोटो भी लगा था. इस पोस्ट के बाद विवाद हुआ. तो महकमा तुरंत हरकत में आया और इस पोस्ट को तुरंत हटा दिया. पुलिस ने इस मामले में सफाई देते हुए दो पोस्ट किए. पहला पोस्ट अंग्रेजी में किया और दूसरा हिंदी में किया. अंग्रेजी में किए ट्वीट में पुलिस ने सफाई देते हुए लिखा कि "Unauthorized tweet posted by computer operator, departmental enquiry initiated."
इसके बाद पुलिस ने एक ट्वीट हिंदी में करते हुए लिखा- "कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा अनाधिकृत पोस्ट डाली गई, जिसके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जा रही है।"
लोगों ने ट्वीटर पर दी प्रतिक्रिया
बांसवाड़ा पुलिस ने विवादित ट्वीट को भले ही हटा दिया गया और सफाई में दो दूसरे ट्वीट कर ये जानकारी दी हो कि संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ जांच शुरु कर दी है. लेकिन पुलिस की इस सफाई के बावजूद लोग कड़ी प्रतिक्रिया देते नजर आए. एक ट्वीटर यूजर ने लिखा - कम्प्यूटर आॉपरेटर अपनी मर्जी से पोस्ट करते हैं क्या? आॉपरेटर को सफाई देने के लिए बलि का बकरा बनाया जा रहा हैं. गजब की मानसिकता हैं ब्राहम्णों के प्रति. तो वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि - ऑपरेटर वही लिखता है जो उसे लिखने को दिया जाता है, तो वहीं एक अन्य यूजर ने ये भी लिखा कि अगर कार्रवाई की गई है तो उसकी कॉपी डालो.
बांसवाड़ा पुलिस के विवाद का मामला सामने आने से विप्र समाज में भी रोष है. एसपी को ज्ञापन देकर दोषी पर कार्रवाई की मांग की गई. तो वहीं ये मामला राजस्थान पुलिस के आला अधिकारियों तक भी पहुंच गया है. ट्वीटर और फेसबुक पर भी लोग अलग अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे है.