Draupadi Murmu : देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण के बाद राजस्थान के जनजाति अंचल कहे जाने वाले बांसवाड़ा जिले में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. ये जिला जनजातिय क्षेत्र है और पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनने के बाद खासी खुशी इस इलाके में देखने को मिल रही है.


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राजस्थान के डूंगरपुर और बांसवाड़ा में भाजपा की वागड़ गौरव जनजाति पदयात्रा जारी है और इस बीच राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह भी आज हुआ है. इसको लेकर आज गनोड़ा के कस्बे में आदिवासी समाज ने जमकर खुशी जाहिर की. आदिवासी समाज ने पारंपरिक वेशभूषा में गैर नृत्य किया और ढोलक की धुन पर आदिवासी समाज के युवा गैर नृत्य करते आए नजर आए.


आदिवासी ढोल और थाली की धुन पर पारंपरिक वेशभूषा में हाथ में तलवार लिये नृत्य करते दिखे.  पूरे जिले में आज के दिन एक दूसरे को मिठाई भी खिलाई जा रही है, क्योंकि जनजाति क्षेत्र की जनजाति महिला आज देश के सर्वोच्च पद पर बैठी है.



झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू ने आज देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने की शपथ ली. सुबह के 10.15 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने शपथ ली. 15वें राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने संताली परिधान में शपथ ली. 


शपथ ग्रहण समारोह के दौरान द्रौपदी मुर्मू पारंपरिक संताली परिधान में नजर आयी जो संताल समुदाय की महिलाओं की पहने जाने वाली एक खास साड़ी होती है. 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ ही उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहे.


रिपोर्टर - अजय ओझा


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