एसीबीईओ पंहुचे छबड़ा के सरकारी स्कूल, कीचड़ भरे रास्ते पैदल चलकर किया निरीक्षण
एसीबीईओ मीणा ने बताया कि करीब 4 किलोमीटर पैदल चलकर कीचड़ भरे रास्ते से विद्यालय पहुंचकर उन्होंने निरिक्षण किया. विद्यालय में कार्यरत दोनों अध्यापक महेंद्र सिंह हाड़ा और धर्मेन्द्र सिंह चौधरी विद्यालय से नदारद मिले.
Chhabra: बारां के छीपाबड़ौद क्षेत्र में एक ओर शिक्षा के लिए नित नवाचार किए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जिम्मेदार शिक्षक अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे. ग्रामीणों की शिकायत पर गुरुवार को ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने काल्पाजागीर पीईईओ क्षेत्र के बावड़ी खेड़ा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया, तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
एसीबीईओ मीणा ने बताया कि करीब 4 किलोमीटर पैदल चलकर कीचड़ भरे रास्ते से विद्यालय पहुंचकर उन्होंने निरिक्षण किया. विद्यालय में कार्यरत दोनों अध्यापक महेंद्र सिंह हाड़ा और धर्मेन्द्र सिंह चौधरी विद्यालय से नदारद मिले. महेन्द्र सिंह हाड़ा के 4 दिन से और धर्मेन्द्र चौधरी के दो दिन से उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं पाए गए. इस दौरान वहां पंहुचे ग्रामीणों और बच्चों से जानकारी मिली कि विद्यालय अक्सर बंद रहता है.
अध्यापक बच्चों को कुछ नहीं पढ़ाते हैं. ग्रामीणों ने दोनों अध्यापक प्रभावशाली बताए हैं. उनके डर से ग्रामवासी कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं हुए. बहुत समझाने पर उन्होनें बताया कि कुछ कहने पर दोनों शिक्षक हमें धमकाते हैं, ना तो बच्चों को पढ़ाते है और ना हीं पौषाहार समय पर दिया जा रहा है. विद्यालय खुलने से आज तक बच्चों को फल वितरित नहीं किए गए हैं.
जानकारी में यह भी सामने आया है कि यहां विद्यालय को खुले हुए एक लंबा अरसा हो गया है, लेकिन गांव का एक भी बच्चा 10वीं पास नहीं कर पाया. ग्रामीणों का कहना था कि यहां से 5वीं पास करने वाले बच्चों को नजदीक सारथल के विद्यालय में भेजा जाता है, तो वहा अध्यापक बताते हैं कि इन बच्चों को कुछ नहीं आता है.
ये बच्चे आगे की कक्षाएं पास नहीं कर सकेगें. ग्रामवासियों में शिक्षकों के इस रवैए को लेकर बहुत आक्रोश जताया. उन्होनें कहा कि ऐसे लापरवाह शिक्षकों को जो कि हमारे बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए दोनों को तुरंत प्रभाव से इस विद्यालय से हटाकर दूसरे अध्यापकों को लगाने की मांग की.
वहीं, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने सारथल कस्बे के मदरसा का भी अवलोकन किया, जिसमें 6 में से 5 मदरसा शिक्षक अनुपस्थित मिले. वहीं, उपस्थिति पंजिका, पोषहार पजिंका और आवश्यक दस्तावेज मौके पर नहीं मिले. यहां भी बच्चों को पौषाहार भी नहीं दिया जा रहा है. अन्य स्कूलों का भी निरीक्षण किया गया. वहीं, राज उच्च प्राथमिक विद्यालय बरडावदा का अवलोकन किया. यहां पर अध्यापिका प्रियंका मालव बिना सूचना के अनुपस्थित मिली. राजकीय प्राथमिक विद्यालय काल्पाजागीर बंद पाया गया.
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राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय काल्पाजागीर के प्रधानाचार्य रिंकु लाल शर्मा पिछले तीन दिन से उपस्थिति पंजिका में ओडी आधा लिखकर गायब पाए. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ पूर्व में भी चार्ज शीट जारी की गई थी. उसके बावजूद भी वे अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को प्रकरण प्रेषित किया जा रहा है.
Reporter- Ram Mehta
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