Baran News : राजस्थान के बारां के रीको इंडस्ट्रीज एरिया में 3 दिन पहले एक गोदाम में अनाज से भरी बोरियों में दबने से घायल हुए मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई है. मजदूर की मौत के बाद परिजनों ने शव को बारां लाकर रीको इंडस्ट्रीज गेट के सामने सड़क पर रख दिया और पीड़ित परिवार को 15 लाख रुपए मुआवजा दिलाने की मांग की.


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सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने समझाकर कर 3 चंटे में जाम खुलवाया. कोतवाली थाना सीआई मांगेलाल यादव ने बताया कि नलका निवासी लोकेश मेघवाल ने रिपोर्ट दी थी कि उसका पिता बाबूलाल मेघवाल पुत्र कन्हैयालाल रीको इंडस्ट्रियल एरिया स्थित गोदाम एलटीसी कंपनी पर चौकीदारी का काम करता था.


15 अक्टूबर को उसके पिता ड्यूटी पर गया था. इस दौरान दोपहर करीब 11 बजे उसके पिता पर बोरियां गिरने से चोट लगने की सूचना मिली. जिसे इलाज के लिए जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. सूचना मिलने पर परिवार के लोग हॉस्पिटल पहुंचे. जहां से उसे निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. लेकिन हालत गंभीर होने पर कोटा रेफर कर दिया। कोटा एमबीएस हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसके पिता की मौत हो गई. 


पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर परिजन बारां पहुंचे.  परिजनों और मजदूरों ने 15 लाख रुपए मुआवजे की मांग को लेकर शव को रीको कार्यालय के बाहर कोटा रोड पर रख दिया और धरने पर बैठकर जाम लगा दिया. मौके पर पहुंचे तहसीलदार अब्दुल हफीज और पुलिस अधिकारियों ने परिजनों से समझाइश की. कंपनी प्रबंधन की ओर से साढ़े 3 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा के बाद तीन घंटे की समझाइश के बाद शाम करीब सवा 6 बजे परिजनों ने धरना समाप्त किया.


रिपोर्टर- राम मेहता 


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