Baran news: 1975 से छीपाबड़ौद का बस स्टैंड हाइवे किनारे सड़क पर खडा है. आलम यह है कि सड़क पर एक साथ दो यात्री बस आकर रुकती हैं तो यहां ट्रैफिक को देखते हुए पल-पल जाम की स्थितियां निर्मित हो जाती हैं. और यात्रियों के लिए यहां किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं हैं. सर्दियों में ठंड एवं गर्मियों में लू के थपेडे देने वाले बस स्टैंड पर महिलाओं के लिए बनाए गए शौचालय, साफ-सफाई न होने के कारण गंभीर संक्रमण का खतरा बने हुए हैं.


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कस्बे में बस स्टैंड बनने का अरसे से इंतजार कर रही है, जो खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है. छीपाबड़ौद क्षेत्र में आमजनों व महिलाओं को सड़क किनारे ही बसों का इंतजार करना पड़ता है. जहां आकर बस रूकती है समझो वही बस स्टैंड है. बारिश के समय पानी की मार, सर्दियों में ठंड और गर्मियों में भीषण धूप के थपेडों व सूर्य की तेज रोशनी यात्रियों के लिए मुश्किल पैदा होती है.


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बस स्टैंड के समीप कई विद्यालय एवम् पुलिस थाना भी स्थित है. विधालयों की छुट्टी होने पर भारी जाम लग जाता है, कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है ऐसे में अभिभावकों को डर लगा रहता है.  वहीं प्रशासन की लापरवाही से ग्रामीणों को जाम समेत अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.  स्थानीय जनता में रोष व्याप्त है. छबड़ा छीपाबड़ौद विधान सभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस दोनों राजनैतिक दलों के विधायक चुने जा चूके है,परंतु आज तक छीपाबड़ौद ग्राम पंचायत में स्थायी बस स्टैंड नहीं बनवा पाये