Baran News: एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि 10 नवंबर की रात पुलिस कंट्रोल रूम बारां से मिली सूचना पर सदर थाना ड्यूटी ऑफिसर एएसआई अब्दुल फरीद ग्राम बरानी पहुंचे थे. जहां पर बरानी निवासी महावीर मीणा के मकान में एक युवक के साथ बुरी तरह मारपीट कर घायल कर रखा था, जो अचेत पड़ा हुआ था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस ने 108 एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल पहुंचाया था, जिसे जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया था. अगले दिन सुबह मृतक की शिनाख्त नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी देवकिशन उर्फ श्यामलाल पुत्र गोवर्धन ओढ़ के रुप में हुई.  पुलिस को मृतक के भाई रामचंद्र ओढ़ ने रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया था कि वह दोनों भाई जोधपुर मजदूरी करते थे.


माता-पिता भी जोधपुर ही थे. दोनों भाई गांव के लिए जोधपुर से आए थे. रामचंद्र अपने ससुराल नांता कोटा ही रुक गया और देवकिशन उर्फ श्यामलाल अटरू में उसकी बुआ के यहां जाने की कहकर कोटा से निकला था, जिसकी मारपीट कर हत्या करने की सूचना मिली.


इस पर फरियादी व अन्य परिजन बरानी गए, जहां पता लगा कि महावीर मीणा व उसके परिवार के दो-तीन लोगों ने उसके भाई को चोर समझकर मारपीट कर दी, जिससे उसकी मृत्यु हुई है. पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट के आधार पर महावीर व अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की.


युवक की हत्या के मामले में आरोपी बरानी निवासी महावीर मीणा और उसके पिता शिशुपाल मीणा, व चचेरे भाई नवल किशोर पुत्र रामदयाल मीणा को गिरफ्तार किया हैं. पुलिस आरोपियों से अन्य खुलासों को लेकर गहनता से पूछताछ कर रही है. 


पहले की मारपीट, बाद में खुद ने पुलिस को दी सूचना एसपी चौधरी का कहना है कि आरोपी महावीर मीणा इतना शातिर निकला कि उसने परिवार के साथ मिलकर युवक से गंभीर तरीके से मारपीट कर दी. जब उन्हें घायल युवक की मृत्यु होने का अंदेशा लगा, तो खुद को बचाने के लिए घर में चोर घुसने व उसे पकड़कर रखने की बात बताकर पुलिस कंट्रोल रूम बारां को फोन कर सूचना दे दी. लेकिन चालाकी करने के बाद भी आरोपी व उसके साथी परिजन बच नहीं सके, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.